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ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष हिन्दी भाषा प्रथम प्रश्नपत्र

ईजी नोट्स

प्रकाशक : एपसाइलन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2018
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2017
आईएसबीएन :0

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बी. ए. प्रथम वर्ष हिन्दी भाषा प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।

प्रश्न २. हिन्दी शब्द की व्युत्पत्ति पर प्रकाश डालिए।

उत्तर - हिन्दी शब्द अनेक अर्थों में व्यवहृत होता रहा है। यथा भारतवासियों के अर्थ में, भारत में बनी हुई सामग्री के लिए, भारत की विद्या के लिए भारतीय भाषाओं के लिए। अरबी, फारसी से रहित उर्दू के लिए, लोकभाषा के लिए और कालांतर में खड़ी बोली के लिए।
भारत (हिन्दुस्थान) के निवासियों के लिए (हिन्दी) शब्द का प्रयोग अल्लामा इकबाल रचित 'सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ता हमारा' - गीत की पंक्ति है –

हिन्दी हैं हम, वतन है हिंदोस्ता हमारा

अरब फारस को अंक ज्ञान भारत से प्राप्त हुआ फलतः 'इल्मे हिन्दसा कहा गया। भारत में बनी हुई वस्तुओं को भी हिन्दी शब्द विशेषण के रूप में लगाकर पुकारा गया ।

हिन्दी शब्द : भारतीय भाषाओं के अर्थ में हिन्दी शब्द का प्रयोग अरब फारस आदि देशो में जवाने हिन्दी संज्ञा (अभिद्या) से अभिहित होता था। अर्थात् भारत या हिंदुस्तान की भाषाओं - संस्कृत, मराठी, पजाबी नेपाली - आदि के 'जबाने हिंदी शब्द का प्रयोग किया जाता रहा।

यद्यपि भारतवासी लोक व्यवहार की भाषा को भाखा (भाषा) कहते थे जैसाकि तुलसीदास ने 'अवधी के लिए भाषा' शब्द का प्रयोग किया - भाषा भनति मोर मजि थोरी या भाषा निबद्धमति मंजुल मातनेति ।

कबीर भी इसी प्रकार "संस्कीरत है कूप जल, भाषा बहता नीर कहते हैं।"

संस्कृत ग्रंथों की अवधी या ब्रज या हिंदुई (हिन्दवी) में टीका (व्याख्या) की गई तो टीका ग्रंथों को 'भाषा टीका" ही कहा गया। जब मुसलमान भारत में आए तो उनका पहला सम्पर्क मध्य देश से हआ और उन्होंने मध्यदेशीय बोली को भी 'जबाने हिंदी या हिन्दी कहा। कालांतर में लोकभाषा के लिए भी 'हिन्दी शब्द का प्रयोग होने लगा। अमीर खुसरो की प्रसिद्ध उक्ति तुर्क हिन्दुस्तानियम मन हिन्दवी गोयम जबाब के आधार पर तत्कालीन लोक भाषा के अर्थ में हिन्दवी (हिंदी) शब्द का प्रयोग किया जाना स्वीकारते हैं। यथा -
१. इब्राहीम आदिलशाह ने बीजापुर की गद्दी पर बैठते ही सारे गैर बीजापुरी अमीरों को हटा दिया और उनके स्थान पर दक्षिणी एवं हशिओं को नियुक्त किया - दफ्तर फारसी से बदलकर हिन्दी कर दिया। यहाँ 'हिन्दी शब्द का प्रयोग मराठी भाषा के लिए किया गया है।
२. इस समय हिन्दुओं में महाभारत से विस्तृत और प्रामाणिक ग्रंथ दूसरा नहीं है। शेख अबुल फैजी ने इसका हिन्दी से फारसी में अनुवाद किया। यहाँ 'हिन्दी से तात्पर्य संस्कृत भाषा से है।
३. कतिपय विद्वानों का मत है कि तारीखफरिश्ता' में अधिकांश स्थलों पर हिन्दी शब्द का 'प्रयोग संस्कृत भाषा के लिए किया गया है।
इसी की देखादेखी बहादुरशाह जफर के दीवान में हिन्दी कविताओं का शीर्षक 'दर जबान भाखा' लिखा गया।

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