इतिहास >> ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्रईजी नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. कलिंगराज खारवेल की उपलब्धियों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर-
कलिंगराज खारवेल की उपलब्धियाँ
कलिंगराज खारवेल ने राजा होने के पश्चात् प्रथम वर्ष में ही कलिंग नगर में
निर्माण कार्य शुरू कर दिया। उसने तोरणों तथा प्राचीरों की मरम्मत करवाई जो
तूफान से ध्वस्त हो गये थे। उसने शीतल जल के तड़ागों का निर्माण करवाया। इन
सभी कार्यों में उसने 5 लाख मुद्रायें व्यय की। इस प्रकार अपनी प्रजा में
उसने अत्यधिक लोकप्रियता व्याप्त कर ली। उसकी स्थिति राजा के रूप में अत्यन्त
सुदृढ़ हो गयी। तत्पश्चात् उसने दिग्विजय के निमित्त एक व्यापक योजना तैयार
की। अपने शासनकाल के दूसरे वर्ष खारवेल ने शातकर्णि की शक्ति की उपेक्षा करते
हुए एक विशाल सेना पश्चिम की ओर भेजी। इस सेना में अश्व, गज, रथ एवं पैदल
सैनिक सभी सम्मिलित थे। यह सेना कण्वेणा नदी तक आगे बढ़ी तथा इसने मूसिकनगर
में आतंक फैला दिया। परन्तु इस सैन्य अभियान में वह विशेष सफलता प्राप्त न कर
सका। राज्याभिषेक के चौथे वर्ष खारवेल ने बाबर को भोजकों तथा पूर्वी खानदेश
अहमदनगर के रठिकों के विरुद्ध सैनिक अभियान चलाया और उसे सफलता प्राप्त हुयी।
अपने शासनकाल के पांचवें वर्ष वह तनसुलि के एक नहर के जल को अपनी राजधानी ले
आया, जिसका निर्माण तीन सौ वर्ष पूर्व नन्द राजा द्वारा किया गया था। छठे
वर्ष में एक लाख मुद्रा व्यय करके खारवेल ने अपनी प्रजा को सुखी रखने के लिए
अनेक प्रयास किये।
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