इतिहास >> ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्रईजी नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।
प्रश्न 2. नहपान कौन था ?
उत्तर -नहपान
नहपान क्षहरात वंश का सर्वाधिक प्रसिद्ध शासक था। अजमेर से नासिक तक के
क्षेत्र से मिले उसके चाँदी तथा ताँबे के सिक्कों पर वह 'राजन' की उपाधि धारण
किये हुए है। नहपान के अमात्य अर्यमन का एक अभिलेख जुन्नार (पूना) से मिलता
है। उसके दामाद ऋषभदत्त के गुहालेख नासिक तथा कार्ले (पूना) से मिले हैं।
ऋषभदत्त, नहपान के समय में उसके दक्षिणी प्रान्त गोवरधन (नासिक) तथा मामल्ल
(पूना) का वायसराय था। नासिक के एक गुहालेख से ज्ञात होता है कि जब राजस्थान
के उत्तमभद्र जाति के लोग मालयों (मालवों) से घिर गये, तो उनकी रक्षा के लिये
ऋषभदत्त वहाँ गया था। उसने मालवों को बुरी तरह परास्त किया तथा इसके बाद
पुष्करतीर्थ में दान दिया। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि राजपूताना के
पुष्करतीर्थ (अजमेर) क्षेत्र पर भी नहपान का प्रभाव था। नासिक तथा पूना जिलों
को उसने सातवाहनों से जीता था। इस प्रकार उसका राज्य उत्तर में अजमेर से लेकर
दक्षिण में उत्तरी महाराष्ट्र तक विस्तृत था। पेरीप्लस नहपान की राजधानी
मिन्नगर (भड़ौंच तथा उज्जैन के बीच स्थित) को बताता है।
नहपान ने लगभग 119 ईस्वी से 125 ईस्वी तक राज्य किया। वह सातवाहन नरेश
गौतमीपुत्र शातकर्णि द्वारा पराजित हुआ और मार डाला गया।
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