इतिहास >> ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्रईजी नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।
प्रश्न 3 - नन्द साम्राज्य की विशालता का वर्णन कीजिए।
उत्तर - नन्द राजाओं के समय में मगध राज्य राजनैतिक दृष्टि से अत्यन्त
शक्तिशाली तथा आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त समृद्धशाली साम्राज्य बन गया था।
भारतीय इतिहास में पहली बार एक ऐसे साम्राज्य की स्थापना हुई जिसकी सीमायें
गंगाघाटी के मैदानों का अतिक्रमण कर गयी थीं। विन्ध्य पर्वत के दक्षिण में
विजय वैजयन्ती फहराने वाला मगध शासक ही था। क्लासिकल लेखकों के विवरण से यह
पता चलता है कि नन्द का राज्य पश्चिम में न्यास नदी तक फैला हुआ था।
महापद्मनन्द द्वारा जीते गये राज्यों के कारण क्षत्रियों का राजनीतिक
प्रभुत्व समाप्त हुआ तथा इस विशाल साम्राज्य में एकतन्त्रात्मक शासन व्यवस्था
की स्थापना हुई।
महापद्मनन्द के विशाल साम्राज्य के बारे में हमें संस्कृत, तमिल तथा सिंहली
आदि ग्रन्थों से भी जानकारी मिलती है। इन ग्रन्थों के वर्णन में उसका
साम्राज्य बहुत विशाल था जो उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी
तक तथा पश्चिम में सिन्धु नदी से लेकर पूर्व में मगध तक फैला हुआ था। पूर्वी
दक्षिणपथ कलिंग भी इसके अन्तर्गत आता था।
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