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ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र

ईजी नोट्स

प्रकाशक : एपसाइलन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2018
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2009
आईएसबीएन :0

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बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।


विश्व में स्थलमंडल के 41% भूभाग पर मैदान 33% पर पठार 26% पर पर्वतों का विस्तार है। भू-संचलन के फलस्वरूप जब कोई स्थलखंड का सागर से निर्गमन (Emergence) होता है, तो संरचनात्मक मैदान का निर्माण होता है। जैसे यू.एस.ए. का विशाल मैदान एवं रुस का रुसी प्लेटफार्म। सागरीय तट के पास स्थल मंडल के सागर तल से ऊपर उठने के फलस्वरूप तटीय मैदान का निर्माण होता है। जैसे-सं.रा. अमेरिका का अटलांटिक तटीय मैदान। सागरीय तट यदि भू-संचलन के कारण निमज्जित हो जाता है, तो वह निक्षेपण के फलस्वरूप मैदान में परिवर्तत हो जाता है। जैसे-भारत का कर्नाटक एवं पूर्वी तटीय मैदान। नदी अपरदन द्वारा निर्मित मैदान को पेनीप्लेन (peneplain) या सम्प्राय मैदान कहा जाता है। सम्प्राय मैदान में यत्र-तत्र प्रतिरोधी चट्टानों के अवशेष मौजूद रहते हैं जिन्हें मोनोडनॉक कहा जाता है। हिमानी द्वारा अपरदित मैदान में मिट्टी की परत पतली होती है एवं मैदान में चट्टानी टीले एवं झीलें देखने को मिलती है। शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क प्रदेशों में पवन के अपरदन क्रिया के फलस्वरूप निर्मित मैदान को पेडीप्लेन (pediplain) कहा जाता है। पेडीप्लेन में यत्र-तत्र प्रतिरोधी चट्टानों के अवशेष टीले रुप में विद्यमान रहते है, जिसे इसेलबर्ग (Inselberg) कहा जाता है। चूना पत्थर क्षेत्रों में वर्षा जल या भूमिगत जल की विलियन क्रिया के फलस्वरूप निर्मित मैदान को कार्ट मैदान कहा जाता है। कार्ट मैदान में यत्र-तत्र स्थित अवशिष्ट टीलों को ह्यूम्स (Hums) कहा जाता है। उल्थिापित (uplifted) सम्प्राय मैदान सं.रा. अमेरिका के अप्लेशियन एवं मिसीसिपी घाटी, स्केडिनेविया, द0 अफ्रीका एवं भारत के छोटानागपुर क्षेत्र में पाये जाते है। हिमानी अपरदित मैदान मुख्यतः उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग, उत्तर पश्चिम यूरेशिया तथा भारत के लद्दाख क्षेत्र में पाये जाते हैं। कार्ट मैदान यूगोस्लाविया के कार्ट प्रदेश, उत्तरी अमेरिका के प्लोरिडा एवं यूकाटान दक्षिणी फ्रांस तथा भारत के चित्रकूट में देखने को मिलते हैं।

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