लोगों की राय

भूगोल >> ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र

ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र

ईजी नोट्स

प्रकाशक : एपसाइलन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2018
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2009
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।


वस्तुनिष्ठ प्रश्न

निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प चुनिए।

1. लवणता की मात्रा सर्वोच्च है-
[कानपुर 2018]
(a) बाल्टिक सागर में (b) मृत सागर में (c) काला सागर में (d) लाल सागर में
2. खारेपन की दृष्टि से जो समुद्र अन्य तीनों से भिन्न है, वह है-
(a) लाल सागर (b) काला सागर (c) मृत सागर (d) भूमध्य सागर

3. मृत सागर में उच्च लवणता का कारण है-
(a) उच्च तापमान
(b) न्यून वर्षा (c) स्थिर जल
(d) वाष्पीकरण का उच्चतम दर

4. काला सागर में लवणता की मात्रा कम होने का कारण है-

(a) जल का स्थिर होना
(b) कम तापमान
(c) कम वाष्पीकरण
(d) नदियों द्वारा स्वच्छ जल की आपूर्ति

5. निम्नलिखित में से किस महासागर की लवणता सबसे अधिक है?
(a) अटलांटिक महासागर
(b) प्रशान्त महासागर
(c) हिन्द महासागर
(d) आर्कटिक महासागर

6. उत्तर सागर में अपेक्षाकृत अधिक लवणता का कारण है-
(a) अधिक वाष्पीकरण
(b) न्यून वर्षा
(c) उत्तरी अटलांटिक प्रवाह
(d) अधिक तापमान

7. ग्रीष्म ऋतु में उच्च अक्षांशों में महासागरीय जल की लवणता-
(a) घट जाती है
(b) बढ़ जाती है
(c) एक समान रहती है
(d) इनमें से कोई नहीं
8. मृत सागर में लवणता की मात्रा काफी अधिक है, इसका कारण है-
(1) जल निकासी का अभाव
(2) स्वच्छ जल की आपूर्ति का अभाव
(3) तीव्र वाष्पीकरण
(4) अधिक घनत्व
कूट-
(a) 1, 2 तथा 4 (b) 1,3 एवं 4 (c) केवल 1, 2 तथा 3 (d) उपर्युक्त सभी

9. समुद्री जल में उपस्थित लवणों का उनकी मात्रा के आधार कौन सर्वाधिक पाया जाता है?
(a) सोडियम कलोराइड
(b) मैग्नेशियम क्लोराइड
(c) कैल्शियम सल्फेट
(d) मैग्नीशियम सल्फेट

10. विश्व में सर्वाधिक लवणता पायी जाती है-
(a) ग्रेट साल्ट लेक में
(b) मृत सागर में
(c) प्रशान्त महासागर में
(d) वान झील में

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

विनामूल्य पूर्वावलोकन

Prev
Next
Prev
Next

लोगों की राय

No reviews for this book