लोगों की राय

भूगोल >> ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र

ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र

ईजी नोट्स

प्रकाशक : एपसाइलन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2018
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2009
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

बी. ए. प्रथम वर्ष भूगोल प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।


51. दक्षिणी गोलार्द्ध में हवाएँ प्रवणता की दिशा के बायीं ओर किस बल के कारण घूम जाती हैं?
(a) गुरुत्व बल (b) घर्षण बल (c) कोरिआलिस बल (d) चुम्बकीय बल

52. 'कोरिआलिस बल' का सर्वाधिक प्रभाव ग्लोब पर कहाँ पाया जाता है?
(a) भूमध्य रेखा पर (b) कर्क रेखा पर (c) मकर रेखा पर (d) ध्रुवों पर

53. 'कोरिआलिस बल' का प्रभाव ग्लोब पर कहाँ 'शून्य' होता है?
(a) भूमध्य रेखा पर (b) कर्क रेखा पर (c) मकर रेखा पर (d) ध्रुवों पर
54. निम्नलिखित में से कौन 'हैडिली कोशिका' के नाम से जानी जाती है?
(a) उष्ण कटिबन्धी कोशिका
(b) उपोष्ण कटिबन्धी कोशिका
(c) ध्रुवीय कटिबन्धी कोशिका
(d) इनमें से कोई नहीं

55. 'जेट स्ट्रीम' का परिसंचरण कहाँ होता है?
(a) दोनों गोलार्डों में 30° से 35° अक्षांशों के मध्य
(b) दोनों गोलार्डों में 5° अक्षांशों के मध्य
(c) दोनों गोलार्डों में 20° अक्षांश से ध्रुवों के मध्य
(d) दोनों गोलार्द्ध में 20-30° अक्षांशों के मध्य

56. 'जेट स्ट्रीम' का परिसंचरण धरातल से कितनी. ऊँचाई पर होता है?
(a) 7.5-14 किमी0 (b)5-10 किमी0 (c) 20-30 किमी0 (d) 15-20 किमी0
57. निम्न में से किस को यीशु शीशु (Christ Child) के नाम से जाना जाता है?
(a) गल्फ स्ट्रीम धारा (b) जेट स्ट्रीम (c) एल-निनो (d) पेरु धारा

58. 'सागरीय समीर' का परिसंचरण होता है-

(a) सागर से स्थल की ओर
(b) स्थल से सागर की ओर
(c) स्थल से स्थल की ओर
(d) एक सागर से दूसरे सागर की ओर

59. 'स्थलीय समीर' का परिसंचरण होता है-
(a) सागर से स्थल की ओर
(b) स्थल से सागर की ओर
(c) एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप की ओर
(d) एक सागर से दूसरे सागर की ओर

60. पर्वतीय घाटियों में दिन में अधिक तापमान के कारण हवाएं गर्म होकर पर्वतीय ढालों के सहारे ऊपर उठती हैं। इसे किस नाम से जाना जाता है?
(a) स्थलीय समीर (b) सागरीय समीर (c) घाटी समीर (d) पर्वतीय समीर

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

विनामूल्य पूर्वावलोकन

Prev
Next
Prev
Next

लोगों की राय

No reviews for this book