लोगों की राय

बी ए - एम ए >> चित्रलेखा

चित्रलेखा

भगवती चरण वर्मा

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 19
आईएसबीएन :978812671766

Like this Hindi book 0

बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक

प्रश्न- शिक्षा व संस्कृति में सम्बन्ध का वर्णन कीजिए।
अथवा
शिक्षा पर संस्कृति का एवं संस्कृति पर शिक्षा के प्रभाव की विवेचना कीजिए।
उत्तर-
शिक्षा व संस्कृति का सम्बन्ध
(Relation of Education and Culture)
शिक्षा व संस्कृति में परस्पर घनिष्ठ सम्बन्ध है। इसे स्पष्ट करते हुए थियोडोर ब्रामेल्ड ने लिखा है - "संस्कृति की सामग्री से ही शिक्षा का प्रत्यक्ष रूप से निर्माण होता है और यही शिक्षा न केवल स्वयं के उपकरण वरन् उसके अस्तित्व का कारण भी प्रदान करते हैं।
शिक्षा न केवल संस्कृति से प्रभावित होती है बल्कि इसे प्रभावित भी करती है जिसे निम्नलिखित रूप से स्पष्ट किया गया है -
शिक्षा पर संस्कृति का प्रभाव
(Influence of Culture on Education)
शिक्षा पर सस्कृति के पड़ने वाले प्रभाव को निम्नलिखित रूप से स्पष्ट किया गया है
(1) शिक्षा के उद्देश्यों पर संस्कृति का प्रभाव (Influence of Culture on Aim of Education) - शिक्षा के उद्देश्यों में किसी भी समाज की संस्कृति का पूर्ण प्रभाव देखने को मिलता है क्योंकि शिक्षा के उद्देश्य जीवन पर आधारित हैं और जीवन पर सामाजिक आचार-विचार का प्रभाव मुख्य रूप से पड़ता है।
(2) पाठ्यक्रम पर संस्कृति का प्रभाव (Influence of Culture on Curricu- lum) - कोई भी शिक्षा व्यवस्था हो उसके पाठ्यक्रम का निर्माण शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए किया जाता है। चूँकि शिक्षा के उद्देश्य संस्कृति पर आधारित होते हैं पाठ्यक्रम में भी समाज में प्रचलित विश्वासों, मूल्यों व आदर्शों को स्थान दिया जाता है।
(3) शिक्षण विधि पर प्रभाव (Influence on Method of Teaching) - संस्कृति से शिक्षण विधि प्रभावित होती है। प्राचीन काल में आवागमन व दूर संचार के साधन नहीं थे, अत प्रत्यक्ष शिक्षण विधि का प्रयोग किया जाता था। अब शिक्षण विधि शिक्षक केन्द्रित न होकर शिक्षार्थी केन्द्रित हो गयी है।
(4) अनुशासन पर प्रभाव ( Influence on Discipline) समाज अनुशासन की परिकल्पना का निर्धारण करता है। बंद समाज के अन्तर्गत कठोर अनुशासन व खुले समाज में आत्मानुशासन को बढ़ावा दिया जाता है। समाज संस्कृति के माध्यम से अपने विचारों को प्रस्तुत करता है। अतः सांस्कृतिक मूल्य, विचारधाराएँ व अन्य प्रवृत्तियाँ अनुशासन को प्रभावित करती हैं।
(5) विद्यालय पर प्रभाव (Influence on School) - विद्यालयों पर भी संस्कृति का प्रभाव देखने को मिलता है। आज विद्यालय समाज का लघु रूप माना जाता है। अतः समाज के रीति-रिवाज एवं विचारधाराओं के अनुसार विद्यालय कार्य करते हैं। -
(6) अध्यापक पर प्रभाव (Influence on Teacher) बालकों का मार्गदर्शक शिक्षक होता है। अतः वह जैसी शिक्षा बालकों को देंगे वैसी ही वह ग्रहण करेगा और अध्यापक संस्कृति के अनुरूप ही शिक्षा देगा, अतः संस्कृति अध्यापक को प्रभावित करती है।
(7) शिक्षार्थी पर प्रभाव (Influence on Student) - शिक्षार्थी के स्वरूप को निश्चित करने में संस्कृति भी प्रभाव डालती है। यहाँ आज भी यह अपेक्षा की जाती है कि शिक्षार्थी द्वारा शिक्षक का सम्मान किया जाए।
संस्कृति पर शिक्षा का प्रभाव
(Influence of Education on Culture)
संस्कृति पर शिक्षा के प्रभाव को निम्नलिखित प्रकार से स्पष्ट किया जा सकता है -
(1) संस्कृति की निरन्तरता को बनाए रखना (To Maintain Continuity of Culture) - संस्कृति की निरन्तरता को बनाए रखने के सम्बन्ध में जार्ज एफ. मैलर ने कहा "शिक्षा सांस्कृतिक निरन्तरता की एक जरूरी शर्त है जो कि सांस्कृतिक परिवर्तन के साथ-साथ बुद्धिमत्तापूर्ण सहयोग करने का एक साधन हैं।
(2) संस्कृति के हस्तान्तरण में मदद करना (To Help in the Transmission of Culture) - शिक्षा समाज की युवा पीढ़ी को संस्कृति का हस्तान्तरण करती है। शिक्षा के माध्यम से शिक्षक नयी पीढ़ी में संस्कृति का प्रकरण करता है।
(3) संस्कृति का विकास करना (To Develop Culture) - संस्कृति का विकास शिक्षा के द्वारा होता है। शिक्षा व्यक्ति को ज्ञान प्रदान करती है जिससे व्यक्ति का विकास होता है।
(4) संस्कृति का शोधन (Sublimation of Culture) - सामाजिक कुरीतियों और रूढियों से सामाजिक व्यवस्था बाधित होती है। इन्हें शोधन करके संस्कृति को परिष्कृत करना शिक्षा का कार्य है।
(5) व्यक्तित्व के विकास में सहायता (To Help in the Development of Personality) - शिक्षा का मुख्य उद्देश्य बालक के व्यक्ति[व का पूर्ण विकास है। उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह संस्कृति के उपकरणों की सहायता ले लेती है।
उपरोक्त विवेचन से यह स्पष्ट है कि शिक्षा व संस्कृति में घनिष्ठ सम्बन्ध है।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

No reviews for this book