बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- शिक्षा के अनौपचारिक साधनों में जनसंचार के साधनों का क्या योगदान है?
उत्तर -
सामान्य रूप में 'जनसंचार माध्यमों या साधनों का अभिप्राय है ऐसे अभिकरण जिनके प्रयोग से विभिन्न प्रकार की सूचानाएँ, स्पष्टीकरण, प्रश्न आदि को दूरदराज के क्षेत्रों में लगभग प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाने का प्रयास किया जाय। इस प्रकार के साधन हैं - रेडियो, दूरदर्शन, समाचार पत्र, पत्रिकाएँ आदि। जब इन साधनों का प्रयोग शिक्षा के लिए किया जाता है तब ये शिक्षा के साधन कहलाते हैं। इन साधनों, के उपयोग से शिक्षा से जुड़े विभिन्न उद्देश्यों या शैक्षिक कार्यों को पूरा करने का प्रयास किया जाता है।
उदाहरणार्थ- राष्ट्र के परिप्रेक्ष्य में 'सबके लिए शिक्षा पहँचाने के कार्य को इन साधनों के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। आधुनिक युग में जनसंचार शिक्षा का बहुत ही शक्तिशाली साधन है। इन साधनों के माध्यम से बहुत कम समय में एक साथ बहुत से लोगों को प्रभावित किया जा सकता है। भारत में शिक्षा के अनौपचारिक साधनों में जनसंचार के साधन निम्नलिखित योगदान दे रहे हैं -
1. ऐसे स्थानों, कार्यों व वस्तुओं से जनता को अवगत कराना जो इनकी पहुँच से दूर हैं।
2. जन-सामान्य को सामान्य कानूनी शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, योग शिक्षा, यौन शिक्षा, जनसंख्या शिक्षा आदि की जानकारी देने हेतु।
3. जीवन की वास्तविक परिस्थितियों को अवगत कराने में।
4. नवसाक्षरों की रुचि को बनाए रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिकी विभाग ने 'विवेक दर्पण' नामक परियोजना ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया है।
5 शैक्षिक कार्यक्रमों के प्रसारण में।
6 साक्षरता के सन्देश को व्यक्त करने के लिए नियमित रूप से मुख्य क्षेत्रों में प्रसारित करने हेतु।
7. व्यक्ति को अन्तर्राष्ट्रीय मंच से जोड़ने के लिए।
8. जिज्ञासा, कल्पनाशक्ति, सृजनात्मकता आदि को जाग्रत करने हेतु।
9. जन सामान्य को जागरूक करने में।
10. विभिन्न समस्याओं पर विशेषज्ञों की सलाह देने हेतु।
11. ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में हुए तीव्र विकास से अवगत कराने हेतु।
12. आजीवन शिक्षा प्रदान करने के लिए।
13. मनोरंजन हेतु।
14. समाज व व्यक्ति को समीप लाने हेतु।
15. सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए पृष्ठ भूमि तैयार करने में जनसंचार के साधनों का महत्वपूर्ण योगदान है।
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