बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- मानव शक्ति नियोजन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
मानव शक्ति नियोजन
(Man Powering Planning)
मानव शक्ति नियोजन से तात्पर्य है - मानव की शक्ति का नियोजन करना। अर्थशास्त्र की दृष्टि से देखा जाए तो मनुष्य एक पूँजी है, देश के आर्थिक विकास के लिए धन के साथ-साथ मानव शक्ति की भी आवश्यकता होती है। किसी भी कारखाने में कार्य करने वाला श्रमिक अगर वो शिक्षित होता है तो उसके कार्य का परिणाम भी बेहतर होता है और उत्पादन में भी काफी वृद्धि होती है। इसी प्रकार अगर देखें तो कोई शिक्षित श्रमिक अगर कृषि करता है तो अधिक अन्न उपजाएगा क्योंकि उसे अच्छे बीज, खाद व उपकरण का अच्छा ज्ञान होगा। इस दृष्टि से मानव को शिक्षित करना पूँजी निवेश है।
इस प्रकार देखें तो मानव शक्ति का नियोजन करने का आशय है मनुष्य की कार्यक्षमता को बढ़ाना उसे नई तकनीकी से जुड़ी हुई जानकारी को देना, उसे देश-विदेश में कृषि व उद्योगों में होने वाले परिवर्तनों से अवगत कराना आवश्यक है।
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