बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
|
|
बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- मानव शक्ति नियोजन की प्रमुख सीमाओं की विवेचना कीजिए।
उत्तर-
मानव शक्ति नियोजन की सीमाएँ
(Limitations of Man Power Planning)
वर्तमान समय में शिक्षक को मानव संसाधन विकास का एक महत्वपूर्ण साधन मात्र है और कहा जाता है कि शिक्षा रोजगार के अवसर को प्रदान करती है। यद्यपि शिक्षा पद्धति, रोजगार जनशक्ति नियोजन में आपसी सम्बन्ध है परन्तु फिर भी इसकी प्रमुख सीमाएँ निम्नलिखित हैं
(1) मानव शक्ति नियोजन पूर्वानुमानों पर आधारित है। यह आकलन अनेक कारकों व परिस्थितियों पर निर्भर है।
(2) मानव संसाधन का विकास शिक्षा का एकमात्र उद्देश्य नहीं है बल्कि इससे भी कई अधिक महत्वपूर्ण हैं।
(3) किसी भी देश में जैसे -भारत में सामाजिक व क्षेत्रीय विभिन्नताओं के कारण प्रशिक्षित मानव संसाधन की माँग व पूर्ति में असन्तुलन है।
(4) मानव शक्ति की माँग व पूर्ति में असन्तुलन राज्य की नीतियों के कारण हो सकते हैं।
(5) शिक्षा रोजगार से तो सम्बन्धित है परन्तु वह रोजगार के अवसर नहीं बढ़ा सकती है। शिक्षा व्यक्ति को सेवा योग्य तो बना सकती है परन्तु सेवा का अवसर मिलेगा या नहीं, यह तय नहीं कर सकती। कुछ सीमा तक अवश्य शिक्षा रोजगार देती है। जैसे नए शिक्षण संस्थानों की स्थापना से शिक्षक व अन्य कर्मचारियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं।
|