बी ए - एम ए >> फास्टर नोट्स-2018 बी. ए. प्रथम वर्ष शिक्षाशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्र फास्टर नोट्स-2018 बी. ए. प्रथम वर्ष शिक्षाशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्रयूनिवर्सिटी फास्टर नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष (सेमेस्टर-1) शिक्षाशास्त्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-प्रश्नोत्तर
प्रश्न- "शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है।' समझाइए।
उत्तर-
"शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है"
(Education is a Life Long Process)
व्यापक अर्थ में शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है व्यक्ति अपने जीवन में जन्म से लेकर मृत्यू तक जो कुछ भी सीखता है वह व्यापक अर्थ में शिक्षा के अन्तर्गत आता है। ऐसी शिक्षा किसी विशेष व्यक्ति, समय, स्थान अथवा देश तक सीमित नहीं रहती आपितु जिसके सम्पर्क में आकर बालक जो कुछ भी सीखता है वह शिक्षा के अन्तर्गत आता है। शिशु जन्म के समय अत्यन्त असहाय अवस्था में होता है और तभी से इसका सीखने या शिक्षा का कार्यक्रम आरम्भ होता है। वह सबसे पहला पाठ अपनी माँ की गोद में पढ़ता है और धीरे-धीरे घरेलू वातावरण से सीखता है। इस पश्चात् वह जैसे-जैसे बड़ा होता है एवं समाज में अन्य लोगों के सम्पर्क में आता है, वैसे-वैसे वह सीखता रहता है और यह सीखने की प्रक्रिया जीवन के अन्तिम क्षणों तक जारी रहती है। इसी प्रकार कुछ शिक्षाशास्त्री यह मानते हैं कि जीवन ही शिक्षा है और शिक्षा ही जीवन है। इस प्रकार शिक्षा किसी समय, स्थान, पाठ्यक्रम या व्यक्ति विशेष से बँधी हुई नहीं है बल्कि यह एक मुक्त प्रक्रिया है। इसमें व्यक्ति केवल व्यक्ति से ही शिक्षा ग्रहण नहीं करता वरन प्रकृति, वातावरण, पशु-पक्षी आदि से जो कुछ भी अनुभवों के रूप में सीखता है और ग्रहण करता है वह सब शिक्षा है।
शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है इस कथन को कुछ प्रमुख शिक्षाशास्त्रियों ने निम्न प्रकार परिभाषित किया है -
जे.ए. मेकेन्जी के अनुसार, “शिक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है जो आजीवन चलती रहती है और जीवन के प्रत्येक अनुभव से इसके भण्डार में वृद्धि होती है।'
एडलर महोदय के शब्दों में, “शिक्षा मनुष्य के समस्त जीवन से सम्बन्धित प्रक्रिया है। यह मात्र छोटे बालकों से ही सम्बन्धित नहीं होती. यह तो जन्म से आरम्भ होती है और मृत्यू तक चलती है।'
प्रो. डम्बिल के अनुसार, "शिक्षा के विस्तृत अर्थ में वे सभी प्रभाव आते हैं जो व्यक्ति को जन्म से लेकर मृत्यू तक प्रभावित करते हैं।'
उपर्युक्त विद्वानों के विचारों के अनुसार शिक्षा की निम्नलिखित विशेषताएँ स्पष्ट होती हैं
1. शिक्षा जन्म लेने के उपरान्त प्रारम्भ हो जाती है और मृत्यू पर्यन्त तक चलती रहती है।
2. शिक्षा समस्त स्थानों पर प्राप्त की जा सकती है।
3. शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है।
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