बी ए - एम ए >> फास्टर नोट्स-2018 बी. ए. प्रथम वर्ष शिक्षाशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्र फास्टर नोट्स-2018 बी. ए. प्रथम वर्ष शिक्षाशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्रयूनिवर्सिटी फास्टर नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष (सेमेस्टर-1) शिक्षाशास्त्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-प्रश्नोत्तर
प्रश्न- राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान पर टिपणी लिखिये।
अथवा
राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (NUEPA) के क्या कार्य हैं?
अथवा
राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय (ढपडतक) को संक्षेप में समझाइये।
उत्तर-
देश में उपलब्ध साधनों, सुविधाओं तथा सामग्री के आधार पर शैक्षिक योजनाओं के निर्माण किये जाने से ही शिक्षा में प्रगति संभव है। इसी लक्ष्य की प्राति हेतु राष्ट्रीय शैक्षिक योजना तथा प्रशासन संस्थान का विकास किया गया है। इस संस्थान का कार्य वैश्विक परिदृश्य में फैले कर्मचारियों में कुशल शिक्षा का संचार करना। इन्हीं सन्दर्भों में यह संस्थान योजना एवं प्रबन्धन का कार्य करता है।
राष्ट्रीय शैक्षिक योजना तथा प्रशासन संस्थान, शिक्षा क्षेत्र में वृहद स्तर का विकास करना इस संस्थान की महत्त्वपूर्ण भूमिका है साथ ही शिक्षा क्षेत्र में क्षमता निर्माण करना, प्रशिक्षण कराना, रिसर्च क्रिया तथा सूचना संचार में योगदान करना है।
उद्देश्य
राष्ट्रीय शैक्षिक योजना तथा प्रशासन संस्थान के निम्नलिखित उद्देश्य है
1. विदेश में (नाइजीरिया) प्रबंधकों और योजनाकारों के लिए विशेष प्रशिक्षण तथा मह[वपूर्ण योजना कौशल का उपबंध करना जिससे शिक्षा के विकास में मुख्य भूमिका निभायी जा सके तथा शिक्षा का वर्तमान स्थिति के अनुरूप बनाया जा सके।
2. इस संस्थान का उद्देश्य यह भी है कि शैक्षिक योजना में शैक्षिक प्रबंधन और विकसित कार्यशीलता जैसे- प्रशिक्षण, सुझाव सेवा (कंसल्ट सर्विस) प्रदान करना, रिसर्च कार्य और विकास का उपबंध करना जिससे शिक्षा को गुणवत्तापरक बनाया जा सके जिससे वैश्विक परिदृश्य से तालमेल बैठाया जा सके।
3. कार्यकारी या कर्मचारियों को शिक्षा क्षेत्र मे सशक्त करना तथा सही कौशल एवं तकनीकी का विकास करना जिससे कर्मचारी उत्पादन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका का निवर्हन कर सके।
3. राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षण व्यवस्था के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम का निर्धारण करना तथा क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप पर्यवेक्षण करना।
5. शैक्षिक योजना और प्रशासन में प्रतियोगी सेवा अधिकारियों को बढ़ाना और साधनों में प्रत्यक्ष प्रशिक्षण विकास को बढावा देना।
6. शैक्षिक व्यवस्था के द्वारा सुझाव का संगठन और प्रबंधन कार्यक्रम तय करना।
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- प्रश्न- वैदिक काल में गुरुओं के शिष्यों के प्रति उत्तरदायित्वों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा में गुरु-शिष्य के परस्पर सम्बन्धों का विवेचनात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक शिक्षा व्यवस्था की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में सुधार हेतु यह किस सीमा तक प्रासंगिक है?
- प्रश्न- वैदिक शिक्षा की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय शिक्षा के कम से कम पाँच महत्त्वपूर्ण आदर्शों का उल्लेख कीजिए और आधुनिक भारतीय शिक्षा के लिए उनकी उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के मुख्य उद्देश्य एवं आदर्श क्या थे? वैदिक काल में प्रचलित शिक्षा के मुख्य गुण एवं दोष बताइए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के मुख्य उद्देश्य क्या थे?
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के प्रमुख गुण बताइए।
- प्रश्न- प्राचीन काल में शिक्षा से क्या अभिप्राय था? शिक्षा के मुख्य उद्देश्य एवं आदर्श क्या थे?
- प्रश्न- वैदिककालीन उच्च शिक्षा का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय शिक्षा में प्रचलित समावर्तन और उपनयन संस्कारों का अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा का मुख्य उद्देश्य ज्ञान का विकास तथा आध्यात्मिक उन्नति करना था। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आधुनिक काल में प्राचीन वैदिककालीन शिक्षा के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक शिक्षा में कक्षा नायकीय प्रणाली के महत्व की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन शिक्षा पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शिक्षा से आप क्या समझते हैं? शिक्षा के विभिन्न सम्प्रत्ययों का उल्लेख करते हुए उसके वास्तविक सम्प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा का अर्थ लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- शिक्षा के दार्शनिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के समाजशास्त्रीय सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के राजनीतिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के आर्थिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के मनोवैज्ञानिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के वास्तविक सम्प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- क्या मापन एवं मूल्यांकन शिक्षा का अंग है?
- प्रश्न- शिक्षा को परिभाषित कीजिए। आपको जो अब तक ज्ञात परिभाषाएँ हैं उनमें से कौन-सी आपकी राय में सर्वाधिक स्वीकार्य है और क्यों?
- प्रश्न- शिक्षा से तुम क्या समझते हो? शिक्षा की परिभाषाएँ लिखिए तथा उसकी विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- शिक्षा का संकीर्ण तथा विस्तृत अर्थ बताइए तथा स्पष्ट कीजिए कि शिक्षा क्या है?
- प्रश्न- शिक्षा का 'शाब्दिक अर्थ बताइए।
- प्रश्न- शिक्षा का अर्थ स्पष्ट करते हुए इसकी अपने शब्दों में परिभाषा दीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- शिक्षा को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा की दो परिभाषाएँ लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षा की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आपके अनुसार शिक्षा की सर्वाधिक स्वीकार्य परिभाषा कौन-सी है और क्यों?
- प्रश्न- 'शिक्षा एक त्रिमुखी प्रक्रिया है।' जॉन डीवी के इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
- प्रश्न- 'शिक्षा भावी जीवन की तैयारी मात्र नहीं है, वरन् जीवन-यापन की प्रक्रिया है। जॉन डीवी के इस कथन को उदाहरणों से स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा विज्ञान है या कला या दोनों? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा की प्रकृति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के व्यापक व संकुचित अर्थ को स्पष्ट कीजिए तथा शिक्षा के व्यापक व संकुचित अर्थ में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा और साक्षरता पर संक्षिप्त टिप्पणी दीजिए। इन दोनों में अन्तर व सम्बन्ध स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षण और प्रशिक्षण के बारे में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- विद्या, ज्ञान, शिक्षण प्रशिक्षण बनाम शिक्षा पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- विद्या और ज्ञान में अन्तर समझाइए।
- प्रश्न- शिक्षा और प्रशिक्षण के अन्तर को स्पष्ट कीजिए।