बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शारीरिक शिक्षा - खेलकूद चोटें एवं कायिक चिकित्सा बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शारीरिक शिक्षा - खेलकूद चोटें एवं कायिक चिकित्सासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शारीरिक शिक्षा - खेलकूद चोटें एवं कायिक चिकित्सा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- खेलों के दौरान चोटों की रोकथाम करने के सामान्य सिद्धान्त क्या हैं?
अथवा
वह कौन-से सामान्य सिद्धान्त है जो खिलाड़ियों को खेलों के दौरान चोटों से बचाते हैं?
उत्तर -
'खेल चोटें' ऐसी चोटें हैं जो खेल खेलते समय या व्यायाम करते समय लग जाती है इनके अनेकों कारण हो सकते हैं। यह चोटें जाने अनजाने रूप में लगी हैं। खेलों के दौरान, खिलाड़ियों को कई बार इतनी अधिक चोटें लग जाती हैं कि उनका दोबारा खेल पाना मुश्किल हो जाता है या उनका खेलों का कैरियर समाप्त हो जाता है ऐसी चोटों की संख्या काफी कम होती है, पर तमाम ऐसी चोटें होती हैं जो उपचार से तुरन्त या कुछ समय बाद ठीक हो जाती हैं। यह सत्य है कि खेल और खिलाड़ी से चोटों को अलग नहीं किया जा सकता है, परन्तु उससे बड़ा सकारात्मक सत्य यह है कि “इलाज से परहेज बेहतर है"।
हर खिलाड़ी खेल-चोटों के खतरों को कम या समाप्त करना चाहते हैं। खेल चोटों से बचने कुछ सुझाव/सिद्धान्त निम्नलिखित हैं-
(1) सुरक्षात्मक खेल उपकरणों का प्रयोग - खेल चोटों से बचाव का यह प्राथमिक और आसान तरीका है। खेलकूद में खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिये जो उपकरण प्रयोग में लाये जाते हैं, सुरक्षा की दृष्टि से उनका प्रयोग कर तमाम संभावित चोटों से बचा जा सकता है। खेल उपकरणों का प्रयोग केवल नियमों का पालन के लिये नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिये करना चाहिये। ऐसे में गुणवत्तापूर्ण खेल उपकरण ही खरीदने चाहिये, खेलों में प्रयोग किये जाने वाले प्रमुख सुरक्षा उपकरण निम्न है - हैलमेट, लैग पैड, हैण्ड पैड, जूते इत्यादि।
(2) उचित वार्मिंग - किसी भी खेल प्रशिक्षण या खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले समस्त खिलाड़ियों को खेल आरम्भ होने के पूर्व उचित प्रकार से वार्मिंग अप करना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि उचित मात्रा में विधिपूर्वक वार्मिंगअप करने से खिलाड़ियों के शरीर की मांसपेशियों में अर्धतनाव की स्थिति आ जाती है तथा यह स्थिति शरीर को शारीरिक क्रिया करने के लिये तैयार रखती है। उचित वार्मिंग में रनिंग सबसे महत्वपूर्ण है।
(3) खेल तकनीक का समुचित ज्ञान - खेलों में चोटों से बचने के लिये खेल तकनीक का समुचित ज्ञान होना आवश्यक है। ज्ञातव्य रहे कि खेल तकनीक का ज्ञान न होना अथवा खेल नियमों की अनदेखी प्रायः खेल चोटों का कारण बनती है। उदाहरण के लिये, लम्बी कूद के खिलाड़ी को 'अवतरण' कौशल की पूरी जानकारी होनी चाहिये, 'अवतरण' की तकनीकी जानकरी न होने पर खिलाड़ी को चोट लगने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसी प्रकार फुटबाल, हॉकी बास्केट बॉल, बॉलीवाल में फाऊल की जानकारी न होने पर चोट की संभावना बढ़ जाती है। इसलिये खिलाड़ियों को संबंधित खेल तकनीक का पूरा ज्ञान होना चाहिये।
(4) उचित अनुकूलन - अनेकों चोटों का कारण शरीर की कमजोर मांसपेशियाँ होती हैं, मांसपेशीय शक्ति के लिये उचित अनुकूलन की आवश्कता होती है कमजोर मांसपेशियाँ खेलों की मांग पूर्ति के लिये तैयार नहीं होती हैं। खेलों में अनुकूलन की महत्वपूर्ण विधियाँ, भार एवं प्रशिक्षण विधियाँ हैं। इनका सटीकता के साथ पालन करना चाहिये।
(5) सन्तुलित पोषक आहार - उचित संतुलित आहार सबके लिये आवश्यक है पर खिलाड़ियों के लिये अतरिक्त उचित संतुलित आहार की आवश्यकता होती है ताकि खिलाड़ियों को अपने खेल के दौरान समुचित शक्ति मिल सके और वह खेलों में अपना बेहतर प्रदर्शन कर सके, खेलों में हर प्रतियोगिता एक अग्नि परीक्षा होती है। खेलों के लिये शारीरिक और मानसिक शक्ति की आवश्यकता होती है जो उन्हें सन्तुलित पौष्टिक आहार से मिलती है। अतः इस पर ध्यान देना चाहिये।
(6) समुचित खेल सुविधायें - समुचित खेल सुविधायें खेल चोटों की संख्या को सीमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। समुचित खेलों का अभ्यास, प्रतियोगिता के लिये मानक के अनुसार खेल का मैदान, गुणवत्ता वाले खेल उपकरण मिलकर खेल चोटों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
(7) निष्पक्ष खेल संचालन - जब खेलों का निष्पक्ष रूप से संचालन संबंधित खेल अधिकारियों या रेफरी द्वारा किया जाता है तो ऐसे में खिलाड़ी का सारा ध्यान अपने खेल पर केन्द्रित होता है। निष्पक्षता पर उसका पूर्ण विश्वास होता है जिसके परिणामस्वरूप चोटों के लगने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है।
(8) खेल मैदान में अनुशासन - खिलाड़ियों के बीच का अनुशासन खेल चोटों को सीमित कर देता है। फुटबाल और हॉकी के वह मैच अधिकतर चोटों से बचे रहते हैं जिनमें खिलाड़ी अनुशासन का पालन करते हैं। खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता मैदान के भीतर और बाहर दोनों चोटों का कारण बनती है।
(9) उचित तकनीक का प्रयोग - उचित तकनीक का समुचित रूप से प्रयोग कर खेल चोटों जैसे- टेडनाइटिस, दबाव अस्थि भंग के खतरों को सीमित किया जा सकता है।
(10) उचित कूलिंग डॉउन क्रिया - खिलाड़ियों के लिये उचित कूलिंग डाउन क्रिया खेलों के बाद उतनी ही आवश्यक है जितनी खेलों के आरम्भ से पूर्व वार्मिंग-अप करना। कूलिंग डाउन प्रक्रिया मांसपेशियों से व्यर्थ के पदार्थ फॉस्फेट और लैक्टिक एसिड आदि को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं इससे मांसपेशियों का कड़ापन और दर्द से राहत मिलती है।
(11) खेल नियमों का पालन - खेल नियमों का पालन न करने पर प्रतिपक्षी खिलाड़ियों से विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसमें चोट लगने की संभावना बनी रहती है। इसके साथ जाने-अनजाने में खेल नियमों का उल्लंघन चोटों का कारण बन जाता है।
(12) अति प्रशिक्षण - खिलाड़ियों को खेलों के प्रशिक्षण का समय अपनी क्षमता के अनुसार रखना चाहिये, अति प्रशिक्षण चोट के साथ प्राणघातक भी हो सकता है। वर्तमान कुछ वर्षो में जिम आदि में अति प्रशिक्षण के कारण मौत तक की घटनायें सामने आयी हैं।
(13) थकावट होने पर - खिलाड़ी को थकावट होने पर स्वयं को खेल के मैदान से दूर कर लेना चाहिये क्योंकि ऐसी स्थिति चोट का कारण बनती है।
खेलों में चोट से बचने के लिये प्रशिक्षण काल में खाने में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा बढ़ा देनी चाहिये।
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- प्रश्न- खेलों में लगने वाली सामान्य चोटों के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- खेलों के दौरान चोटों की रोकथाम करने के सामान्य सिद्धान्त क्या हैं?
- प्रश्न- खेलों में चोट की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- खेलों में लगने वाली सामान्यतः चोटों के दो कारणों का उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- स्पोर्ट्स फिजियोथेरपी से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- खेल चिकित्सा विज्ञान से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- एथलेटिक चोटों से आपका क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- ट्रॉमेट्रिक इंजरी से आप क्या समझते हैं? इसके अन्तर्गत कौन-कौन सी चोटें आती हैं?
- प्रश्न- अवधि के आधार पर चोटें क्या हैं? यह कितने प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- ऐंठन (Cramp) से क्या अभिप्राय है? इसके क्या कारण हैं?
- प्रश्न- सनबर्न (Sunburn) से आपका क्या अभिप्राय है? इसके प्रमुख लक्षण और होने वाली समस्याओं का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- चोट लगने के क्या लक्षण होते हैं?
- प्रश्न- चोट लगने के जोखिम के प्रमुख कारक कौन-से हैं?
- प्रश्न- खेल में चोट से क्या तात्पर्य है। इसके विभिन्न भेदों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- खेल चोटों के प्रकारों को स्पष्ट करते हुए डिसलोकेशन व स्प्रेन के कारण, लक्षण व उपचार का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामान्य खेल चोटों के उपचार पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- खेल में चोटों के प्रकार पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- मुख्य खेल चोटें कौन-सी हैं? संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- खेल चोटें पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- खेलों में चोटें क्या होती है?
- प्रश्न- स्नायुबंधन मोच से आप क्या समझते है? इसके लक्षण व निदान का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- मांसपेशिय तनाव से आप क्या समझते हैं? मांसपेशिय तनाव के कारण और निवारण से संक्षिप्त लेख लिखें।
- प्रश्न- टेण्डन और लिंगामेन्ट में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- कन्धे की अकड़न (फ्रोजन शोल्डर) से आपका क्या अभिप्राय है? इसके लक्षणों का वर्गीकरण कीजिये?
- प्रश्न- पीठ (पीछे) के तनाव से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- टेनिस एल्बो से आपका क्या अभिप्राय है? टेनिस एल्बो के लक्षण और निदान का संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- गोल्फर की कोहनी क्या है? इसके कारण, लक्षण और निदान पर संक्षिप्त प्रकाश डालिये?
- प्रश्न- टेनिस एल्बो और गोल्फर एल्बो में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- "धावक का घुटना" से आपका क्या अभिप्राय है? इसके लक्षणों और उपचार को समझाइये?
- प्रश्न- पिंडलियों में दर्द से आपका क्या अभिप्राय है? इसके कारण व लक्षणों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- फफोले क्या हैं? इनसे बचाव के उपाय बताये?
- प्रश्न- छालों से आप क्या समझते हैं? छालों के कारण, लक्षण और बचाव के सामान्य उपायों को समझाइये?
- प्रश्न- रक्त गुल्म क्या है? इसके कारण और लक्षणों पर प्रकाश डालिये?
- प्रश्न- प्राथमिक सहायता से आपका क्या अभिप्राय है? इसके क्षेत्र व आवश्यक सिद्धान्तों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक सहायक (चिकित्सक) के कर्त्तव्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक सहायक के गुणों पर विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- एक प्राथमिक सहायता देने वाले के रूप में आप अपने मित्र की निम्न स्थितियों में कैसे सहायता करेंगे? (1) मोच (3) घाव (2) हड्डी का टूटना (अस्थि भंग) (4) सर्प दंश या साँप का काटना।
- प्रश्न- रक्त स्त्राव के बाह्य और आंतरिक कारणों पर प्रकाश डालिए। आप इसके लिए प्राथमिक सहायता कैसे देंगे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- खिंचाव व मोच से आप क्या समझते हैं? इसकी विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सा में उपचार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए इनके आवश्यक उपकरणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सा की परिभाषा एवं अर्थ स्पष्ट करते हुए एक अच्छे प्राथमिक चिकित्सक के गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 'प्राथमिक चिकित्सा' को परिभाषित कर उसके मुख्य घटकों का उल्लेख कीजिये तथा शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद में प्राथमिक चिकित्सा की अपरिहार्यता पर समालोचनात्मक मत प्रकट कीजिये।
- प्रश्न- प्राथमिक उपचार का अर्थ एवं परिभाषा स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक सहायता से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक सहायता की आवश्यकता व महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक सहायता के क्षेत्र का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अस्थि भंग का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अस्थि-विस्थापन पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सक के गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सक की प्राथमिकताएँ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- हड्डी उतरने पर प्राथमिक चिकित्सा पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- W.H.O. पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- आसन से आप क्या समझते हैं? अच्छे आसन की उपयोगिता की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अनुचित आसन के कारणों, प्रभावों एवं हानियों को विस्तार से समझाइये |
- प्रश्न- आसन सम्बन्धी विकृतियों से आप क्या समझते हैं? आसन सम्बन्धी विकृतियों के कारण तथा उनके उपचार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- लार्डोसिस तथा सपाट पाँव के कारणों का उल्लेख कीजिये तथा इन्हें दूर करने के लिए उपचारात्मक व्यायामों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- उचित आसन के क्या लाभ हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- उचित आसन एवं अनुचित आसन से आप क्या समझते हैं? अनुचित आसन से हानियाँ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अनुचित आसन के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अग्रकुब्जता या धँसी हुई कमर विकृति पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणियाँ लिखिए
- प्रश्न- आसन को समझाते हुए आसनीय विकृतियों के नाम लिखिए।
- प्रश्न- पीठ दर्द क्या है? पीठ दर्द क्यों होता है? इसके उपचार को सरल शब्दों में समझाये।
- प्रश्न- गर्दन के दर्द से आपका क्या अभिप्राय है? इसके कारण, उपचार और प्रमुख योगासन का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनुचित मुद्रा से कौन-कौन से विकार उत्पन्न हो जाते हैं?
- प्रश्न- अनुचित मुद्राओं को कैसे सुधारें?
- प्रश्न- सामान्य मुद्रा में सुधार के उपायों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- अनुचित मुद्रा क्या है? इसके लक्षण बताइये।
- प्रश्न- पुनर्वास को परिभाषित करते हुए इसके उद्देश्य एवं क्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चोट पुनर्वास से आप क्या समझते हैं? विस्तृत विवेचना कीजिए। चोट पुनर्वास की विधियों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- खेल चोट पुनर्वास में ठण्डी चिकित्सा (क्रायोथेरेपी) की तकनीक व प्रभाव का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आर. आई. सी. ई. से आप क्या समझते है?
- प्रश्न- DRABC से आपका क्या तात्पर्य है? इसके चरणों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- शीत चिकित्सा पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पुनर्वास क्या है? पुनर्वास काउंसिल ऑफ इंडिया का रोल स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- चोट पुनर्वास के लक्ष्य स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पट्टियों के प्रकार की विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- टैपिंग क्या है? इसके उद्देश्य, और सिद्धान्तों का संक्षेप में वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- इलास्टिक चिकित्सीय टेप क्या है?
- प्रश्न- कायिक चिकित्सा' शब्द को परिभाषित कीजिए और इसके सहायक सिद्धान्तों को विस्तार से लिखिए।
- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में 'कायिक चिकित्सा' का क्या महत्त्व है?
- प्रश्न- कायिक चिकित्सा का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- कायिक चिकित्सा के महत्त्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिरोधी व्यायाम को स्पष्ट करते हुए इसकी तकनीकी का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मालिश से क्या समझते हैं? मालिश के सामान्य विचारों के बारे में संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मालिश के प्रकार को दर्शाते हुए किन्हीं चार प्रकारों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मालिश के प्रभाव से आप क्या समझते हैं? शरीर के विभिन्न अंगों पर पड़ने वाले प्रभाव का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मालिश के निम्न प्रकारों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए-
- प्रश्न- मालिश का परिचय दीजिए।
- प्रश्न- मालिश के संक्षिप्त इतिहास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रगड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- मालिश के रक्त संचरण व पेशी तंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को लिखिए।
- प्रश्न- मालिश के सिद्धान्त पर टिप्पणी लिखिए। मालिश के सिद्धान्त क्या हैं?
- प्रश्न- मालिश के प्रतिषेध से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- खेलों में मालिश पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- जल चिकित्सा का अर्थ एवं इसका उपयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शीत चिकित्सा या क्रायोथ्रेपी से आप क्या समझते हैं? शीत चिकित्सा की उपचार तकनीक और इलाज में उपयोग एवं प्रभाव की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- थर्मोथैरेपी उपचार के परिचय और प्रदर्शन के बारे में लिखिए।
- प्रश्न- थर्मोथैरेपी पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सौना स्नान का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ठंडा और गर्म स्नान पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- 'भंवर स्नान' चिकित्सा विधि का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- भाप स्नान से आप क्या समझते हैं? इसके लाभ का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विद्युत चिकित्सा एवं अवरक्त चिकित्सा से आप क्या समझते हैं? इन्फ्रारेड किरणों के साथ चिकित्सा उपचार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- डायथर्मी चिकित्सा से आपका क्या अभिप्राय है? डायधर्मी के प्रकार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पराबैंगनी किरणों से आप क्या समझते हैं? परागबैंगनी किरणों के द्वारा उपचार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विद्युत चिकित्सा पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अल्प तरंग डायथर्मी का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- इन्फ्रारेड किरणों का लाभ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शार्ट वेव डायथर्मी के उपयोग को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- उपचारिक व्यायाम के क्षेत्र और वर्गीकरण की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- उपचारिक व्यायाम को परिभाषित कीजिए और इसके सिद्धान्तों एवं नियमों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मांसपेशियों के पुनर्वास और मजबूती के लिये योग आसन के साथ चिकित्सीय महत्व का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- योग में पुनर्वास क्या है? समझाइये?
- प्रश्न- उपचारिक व्यायाम के विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उपचारिक व्यायामों का प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिरोधी व्यायाम से आप क्या समझते हैं? प्रतिरोधी व्यायाम की तकनीक को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मुक्त व्यायाम की संक्षिप्त विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- पुनर्वास क्या है इसकी आवश्यकता किन रोगों में होती है?
- प्रश्न- योग हमारे जीवन को किस प्रकार प्रभावित करता है?
- प्रश्न- ताड़ासन का संक्षेप में वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- कुक्कुटासन की विधि और लाभ वर्णन कीजिये।