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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 राजनीति विज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2795
आईएसबीएन :0

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तुलनात्मक सरकार और राजनीति : यू के, यू एस ए, स्विटजरलैण्ड, चीन

प्रश्न- अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था में राजनीतिक दलों की क्या भूमिका है?

सम्बन्धित लघु / अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. अमेरिका में राजनीतिक दलों की भूमिका बताइये।
2. अमेरिका में दलीय व्यवस्था की विशेषताएं क्या हैं?
3. अमेरिकी दलीय प्रणाली के उदय के प्रमुख कारण क्या थे?
4. अमेरिकी दल प्रणाली में से किसी एक पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
5. अमेरिकी दल प्रणाली के कार्य-प्रणाली पर प्रकाश डालिए।
6. अमेरिकी दलीय व्यवस्था की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।

उत्तर -

अमेरिका में राजनीतिक दल

दल प्रणाली चाहे वह पूर्ण रूप से भले के लिए हो अथवा बुरे के लिए, स्वाधीन शासन के लिए अपरिहार्य है। प्रजातन्त्रात्मक व्यवस्था के लिए राजनीतिक दलों का होना आवश्यक है क्योंकि इसके बिना प्रजातंत्रात्मक शासन व्यवस्था का संचालन करना संभव नहीं है। राजनीतिक दलों के अस्तित्व का कारण यह है कि कोई दल अथवा एक से अधिक दल मिलकर बहुमत के आधार पर देश के शासन को कुशलता व उत्तरदायित्वपूर्वक चला सके।

अमेरिका की दलीय व्यवस्था की विशेषताएँ - अमेरिका की दलीय व्यवस्था की विशेषताओं का अध्ययन निम्न शीर्षकों के अन्तर्गत कर सकते हैं.

1. दलों का संविधानेत्तर विकास - जब अमेरिका का संविधान बना, उस समय संविधान निर्माता राजनीतिक दलों के विरोधी थे। अमेरिकी संविधान राजनीतिक दलों के संदर्भ में मौन है, लेकिन प्रजातंत्र व्यवस्था के संचालन हेतु राजनीतिक दलों का होना आवश्यक है।

2. द्वि-दलीय प्रणाली - अमेरिका में ब्रिटेन की भांति दो प्रमुख दल हैं रिपब्लिक व डेमोक्रेटिक। इन दो दलों में कभी एक सत्ता में नहीं रहता। इस प्रकार सत्ता परिवर्तित होती रहती है।

दलीय प्रणाली के उदय के कारण

(i) पूर्व परम्परा व अनुभव - अमेरिकी अपने अंग्रेज पूर्वजों की सन्तान होने के कारण स्वभावतः विचार-स्वातन्त्र्य के अभ्यस्त थे। इंग्लैण्ड की परम्परा के अनुसार अमेरिका में भी दलीय व्यवस्था आरम्भ हुई।

(ii) शासन प्रमुख निर्वाचन की व्यवस्था - अमेरिका में प्रजातंत्रीय शासन व्यवस्था का जो स्वरूप है तथा वहाँ के शासन प्रमुख के निर्वाचन की जो विधि है, उसके कारण भी वहाँ द्वि-दलीय शासन प्रणाली का विकास हुआ था। अमेरिका में शासन प्रमुख का चुनाव जनता द्वारा प्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति से होता है।

(iii) एक सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र - एक सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र हमेशा द्विदलीय पद्धति को प्रोत्साहन देते हैं, क्योंकि इस पद्धति में छोटे-छोटे राजनीतिक दलों का विजय प्राप्त करना सम्भव नहीं होता। अमेरिका ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में एक सदस्यीय निर्वाचन विधि को अपनाया है।

3. विचारधारा संबंधी आधारभूत अंतरों का अभाव - अमेरिका में जब राजनीतिक दलों का प्रादुर्भाव हुआ उस समय अन्तर अवश्य ही देखने को मिला। परन्तु आज मौलिक मतभेद नहीं है।

4. दलों की मध्यमार्गी नीति - अमेरिकी राजनीतिक दल मध्यमार्गी नीति को अपनाते हैं। परस्पर प्रतियोगी होने के कारण अधिकाधिक जन समर्थन प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। अधिकांशतः लोग नीति संबंधी उग्रता को पसन्द नहीं करते इसलिए दलों के लिए अनिवार्य हो जाता है कि वे अपनी नीतियों के विषय में मध्यमार्गी हों।

दलीय संगठन - संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रमुखतः दो दल है -

रिपब्लिक व डेमोक्रेटिक - इन दोनों दलों का संगठन एक जैसा ही है। इन दलों के संगठन को हम दो भागों में विभाजित कर सकते हैं स्थाई समितियाँ एवं अस्थायी समितियाँ। स्थाई समितियों में दलों की स्थानीय इकाइयों से लेकर राष्ट्रीय समिति तथा अन्य समितियाँ मिलती हैं। इसके साथ ही चुनाव के समय में अस्थाई समितियाँ बनाई जाती हैं। लेकिन इन दोनों को यदि महत्व की दृष्टि से देखा जाय तो केवल महत्व स्थाई समिति का ही है।

स्थाई दलीय संगठन

दोनों प्रमुख दल - रिपब्लिक व डेमोक्रेटिक का स्थाई संगठन लगभग एक समान है और यह पाँच स्तरीय है जिसकी विवेचना निम्न प्रकार से की जा सकती है

1. मतदान - जिला समितियाँ संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थानीय दलीय संगठन के मतदान जिले हैं - मतदान, जिले का आकार, जनसंख्या के घनत्व और मतदाताओं की संख्या पर निर्भर करती है, जिससे चुनाव अधिकारी सरलता से उनका प्रबन्ध कर सके। मतदान जिले के दलीय अध्यक्ष का कर्तव्य है क्षेत्र के मतदाताओं को प्रभावित कर समर्थन प्राप्त करने का प्रयत्न करना, साथ ही अपने क्षेत्र के समर्थकों, अपने मित्रों आदि के लिये सरकारी नौकरियों की सुविधायें प्रदान करवाने के लिए प्रयासरत रहना।

2. नगर समितियाँ, कस्बा तथा ग्राम समितियाँ - इन विभिन्न स्तरों पर समितियाँ होती हैं। नगरों में मतदान जिला समितियों के ऊपर एक वार्ड समिति होती है, जिससे परिषद का चुनाव होता है। नगर समिति वार्ड समितियों तथा मतदान जिल्ला समितियों के कार्यों की निगरानी करती है। ग्रामीण समस्याओं को दूर करने हेतु ग्रामीण समितियों की स्थापना की जाती है।

3. काउन्टी समितियां - अमेरिका में काउन्टी समितियाँ भी हैं। अमेरिका में 3000 से भी अधिक काउन्टी समितियाँ हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में दोनों प्रमुख दलों में से प्रत्येक में एक काउन्टी समिति होती है।

राजनीतिक दलों की कार्य-प्रणाली - दलीय प्रणाली के कार्य के बिना प्रजातंत्रात्मक शासन का चलना संभव नहीं है

1. कांग्रेस तथा कार्यपालिका के बीच सहयोगात्मक समाधान - अमेरिकी संविधान में शक्ति विभाजन का सिद्धान्त अपनाया गया है, लेकिन वस्तुस्थिति यह है कि यदि व्यवस्थापिका और कार्यपालिका एक-दूसरे से स्वतन्त्र रहें तो शासन व्यवस्था का संचालन नहीं हो सकता।

2. राष्ट्रीय एकता की शक्ति - संयुक्त राज्य अमेरिका एक विशाल देश है। जिसमें विविधता में एकता का रूप देखने को मिलता है।

3. पदाधिकारियों और संस्थाओं के चुनाव को संभव बनाना - अमेरिकी संविधान के अन्तर्गत राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रतिनिधि सभा और सीनेट सदस्यों के निर्वाचन की जो व्यवस्था की गई है, व्यावहारिक दृष्टि से वह राजनीतिक दलों के आधार पर ही कार्य कर रही है। राजनीतिक दलों के अभाव में राष्ट्रपति का निर्वाचन मंडल के सदस्यों का बहुमत होना बहुत कठिन होता है।

समानताएं - वर्तमान समय में राजनीतिक दलों के अध्ययन के बिना इन दोनों देशों की शासन व्यवस्था को भली-भाँति नहीं समझा जा सकता। अमेरिका व इंग्लैण्ड में राजनीतिक दलों को कानूनी स्थिति न प्राप्त होते हुए भी वे शासन व्यवस्था की आधारशिलायें हैं। इनमें एक और समानता है द्वि-दलीय पद्धति। दोनों देशों में दोनों राजनीतिक दलों को प्रभावशाली स्थिति प्राप्त है।

असमानताएं - इस संबंध में लॉवेल कहते हैं, "संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनीतिक दल उद्देश्य व रूप की दृष्टि से इंग्लैंड तथा अधिकांश अन्य देशों से भिन्न हैं।'

1. ब्रिटेन में अनुदार दल और श्रमिक दल हैं, दोनों में सैद्धान्तिक मतभेद है रिपब्लिक व डेमोक्रेटिक दलों में ऐसे भेद का पूर्णतः अभाव पाया जाता है।

फाइनर के अनुसार, "ब्रिटेन में अनुदार दल तथा श्रमिक दल की स्पष्ट भिन्नता के समान विभिन्न आदर्शों की साधना के आधार पर रिपब्लिक और डेमोक्रेटिक दो दलों के बीच अन्तर की कोई सीमा रेखा नहीं खींची जा सकती। वास्तव में इन्हें एक ही दल के दो अंग कहना अधिक उचित होगा जिनको रिपब्लिक और डेमोक्रेटिक दो विभिन्न नामों से पुकारा जाता है।"

2. संगठन की दृष्टि से - ब्रिटिश राजनीतिक दल राष्ट्रीय होते हैं और उनमें सुदृढ़ संगठन पाया जाता है लेकिन अमेरिकी राजनीतिक दलों में स्थिर की प्रबलता रहती है।

दलीय व्यवस्था की आलोचना

1. दलों का विकेन्द्रीकृत रूप - अमेरिका में स्थानीय राज्यों और केन्द्रों के संगठनों में सामंजस्य नहीं है जो कि सुसंगठित होना चाहिए।

2. लूट प्रणाली - यह अमेरिकी दलीय व्यवस्था की एक दूषित पद्धति है जोकि स्वार्थपरक दृष्टि से अपनायी जाती है।

3. अनुचित चुनाव प्रचार - बहुधा स्थानीय चुनाव प्रचार में राजनीतिक दलों के प्रवेश के कारण की प्रकृति ही बदल जाती है, जिससे न केवल स्थानीय हितों की उपेक्षा होती है अपितु मतदाता भी भ्रम में पड़ जाता है।

दलीय व्यवस्था का महत्व - अमेरिका की दलीय व्यवस्था समझौतावादी नीति का अमल करती है। आधुनिक युग में समाज का जैसा संगठन है उसमें समाज के विविध वर्गों के विविध हित होते हैं।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति का अध्ययन क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
  2. प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र की विवेचना कीजिए।
  3. प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति से आप क्या समझते हैं? इसकी प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।
  4. प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति और तुलनात्मक सरकार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  5. प्रश्न- उदार लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताएँ लिखिए।
  6. प्रश्न- पूँजीवाद से आप क्या समझते हैं, इसके गुण-दोष क्या हैं?
  7. प्रश्न- समाजवादी राज्य क्या है, इसकी कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालिए।
  8. प्रश्न- समाजवाद की परिभाषा दीजिए। विवेचना कीजिए।
  9. प्रश्न- उपनिवेशवाद क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइये।
  10. प्रश्न- विकासशील देशों में राज्य की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
  11. प्रश्न- रूढ़ियों से क्या अभिप्राय है? इसकी विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  12. प्रश्न- रूढ़ियों कानून से किस प्रकार भिन्न हैं? प्रमुख अभिसमयों का वर्णन कीजिए।
  13. प्रश्न- रूढ़ियों का पालन क्यों होता है? स्पष्ट कीजिये।
  14. प्रश्न- राजपद से आपका क्या अभिप्राय है? इसकी शक्तियों की विवेचना कीजिए।
  15. प्रश्न- राजा एवं राजपद अन्तर को स्पष्ट कीजिये।
  16. प्रश्न- मन्त्रिमण्डलात्मक प्रणाली का उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
  17. प्रश्न- मन्त्रिमंडल के संगठन एवं मंत्रिमण्डल व्यवस्था की विशेषताओं की विवेचना कीजिए।
  18. प्रश्न- मन्त्रिमंडल के कार्यों का वर्णन कीजिए।
  19. प्रश्न- बिटिश प्रधानमंत्री सारे शासन तंत्र की धुरी है।' इस कथन की विवेचना कीजिए।
  20. प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन की सम्प्रभुता की विवेचना कीजिए तथा इस प्रभुसत्ता की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।
  21. प्रश्न- लार्ड सभा की रचना कार्यों व उनकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
  22. प्रश्न- इंग्लैंड की समिति प्रणाली के बारे में आप क्या जानते हैं? इसके कितने प्रकार होते हैं?
  23. प्रश्न- कामन्स सभा क्या है? इसके संगठन एवं पदाधिकारियों का वर्णन कीजिए।
  24. प्रश्न- कामन्स सभा की शक्तियों, कार्यों एवं व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- कामन सभा के स्पीकर एवं उसकी शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
  26. प्रश्न- ब्रिटिश समिति व्यवस्था की विवेचना कीजिए।
  27. प्रश्न- ब्रिटेन में विधेयकों का वर्गीकरण कीजिए एवं व्यवस्थापन प्रक्रिया पर प्रकाश डालिये।
  28. प्रश्न- न्यायपालिका से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए।
  29. प्रश्न- ब्रिटिश न्यायपालिका के संगठन पर प्रकाश डालिए।
  30. प्रश्न- ब्रिटिश न्याय व्यवस्था की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- विधि का शासन ब्रिटिश संविधान का एक विशिष्ट लक्षण है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
  32. प्रश्न- राजनीतिक दलों से क्या तात्पर्य है? राजनीतिक दलों की भूमिका एवं महत्व को समझाइये।
  33. प्रश्न- राजनीतिक दल प्रणाली के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।
  34. प्रश्न- ब्रिटेन में राजनीतिक दलों के संगठन, कार्यक्रम एवं उनकी भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
  35. प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन में राजनीतिक दलों की भूमिका की विवेचना कीजिए।
  36. प्रश्न- ब्रिटिश दल पद्धति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  37. प्रश्न- रूढ़ियों के महत्व का उल्लेख कीजिए।
  38. प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के ऐतिहासिक कारणों का वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के राजनैतिक कारणों का उल्लेख कीजिए।
  40. प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के मनोवैज्ञानिक कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  41. प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के अन्तर्राष्ट्रीय कारणों का वर्णन कीजिए।
  42. प्रश्न- मंत्रिमण्डल की कानूनी स्थिति का वर्णन कीजिए।
  43. प्रश्न- मंत्रिमण्डल की व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
  44. प्रश्न- मंत्रिमण्डल एवं क्राउन के सम्बन्ध को स्पष्ट कीजिए।
  45. प्रश्न- मन्त्रिमंडल का ब्रिटिश की संवैधानिक व्यवस्था में क्या महत्व है?
  46. प्रश्न- मंत्रिमंडल की महत्ता के औचित्य को स्पष्ट कीजिए।
  47. प्रश्न- मंत्रिमण्डल की महत्ता के कारण बताइये।
  48. प्रश्न- लार्ड सभा ने सुधार के क्या प्रयास किये?
  49. प्रश्न- क्या ग्रेट ब्रिटेन में संसद संप्रभु है?
  50. प्रश्न- 'संसदीय प्रभुता' के सिद्धान्त का मूल्यांकन कीजिए।
  51. प्रश्न- विपक्षी दल की भूमिका का वर्णन कीजिए।
  52. प्रश्न- प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति का वर्णन कीजिए।
  53. प्रश्न- लार्ड सभा एवं प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  54. प्रश्न- ब्रिटिश कानून कितने प्रकार से प्रयोग में लाये जाते हैं?
  55. प्रश्न- राजनीतिक दलों के कार्यों का विवेचनात्मक वर्णन कीजिए।
  56. प्रश्न- राजनीतिक दल मतदाताओं में अपना समर्थन बढाने के लिये कौन-कौन से साधनों का प्रयोग करते हैं।
  57. प्रश्न- ब्रिटेन तथा फ्राँस की दलीय प्रणाली का तुलनात्मक विश्लेषण कीजिए।
  58. प्रश्न- अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यों, शक्तियों की विवेचना कीजिए।
  59. प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति की वृद्धि एवं उसके कारणों की विवेचना कीजिये।
  60. प्रश्न- अमेरिकी व ब्रिटिश मंत्रिमंडल की तुलना कीजिए।
  61. प्रश्न- ब्रिटिश संप्रभु (क्राउन) प्रधानमंत्री तथा अमेरिकी राष्ट्रपति की तुलनात्मक विवेचना कीजिए।
  62. प्रश्न- अमेरिका के सीनेट के गठन, उसकी शक्ति एवं कार्यों की विवेचना कीजिए।
  63. प्रश्न- प्रतिनिधि सभा के संगठन, शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
  64. प्रश्न- अमेरिकी कांग्रेस की शक्ति एवं कार्यों का उल्लेख कीजिए।
  65. प्रश्न- अमेरिका का उच्चतम न्यायालय व्यवस्थापिका का तृतीय सदन बनता जा रहा है। स्पष्ट कीजिए।
  66. प्रश्न- सर्वोच्च के महत्व का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  67. प्रश्न- न्यायिक पुनर्निरीक्षण से आप क्या समझते हैं? अमेरिका के उच्चतम न्यायालय के संदर्भ में इसकी व्याख्या कीजिए।
  68. प्रश्न- सर्वोच्च न्यायालय की कार्य-प्रणाली का विवेचना कीजिए।
  69. प्रश्न- अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के गठन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति में क्या अन्तर है?
  70. प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
  71. प्रश्न- अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था में राजनीतिक दलों की क्या भूमिका है?
  72. प्रश्न- अमेरिका तथा ब्रिटेन के राजनीतिक दलों की समानता और असमानताओं का वर्णन कीजिए।
  73. प्रश्न- दबाव अथवा हित समूह से आप क्या समझते हैं? दबाव समूह के प्रमुख लक्षण एवं साधनों पर प्रकाश डालिए।
  74. प्रश्न- संयुक्त राज्य अमरीका के संविधान की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
  75. प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति को दलीय अथवा राष्ट्रीय नेता के रूप में पर टिप्पणी कीजिए।
  76. प्रश्न- राष्ट्रपति एवं मन्त्रिमण्डल के सम्बन्धों का वर्णन कीजिए।
  77. प्रश्न- जैरीमैण्डरिंग पर संछिप्त टिप्पणी लिखिए।
  78. प्रश्न- सीनेट के महत्व पर प्रकाश डालिये।
  79. प्रश्न- यू. एस. ए. 'सीनेट की शिष्टता' का क्या अर्थ है?
  80. प्रश्न- प्रतिनिधि सभा की दुर्बलता के कारण बताइये।
  81. प्रश्न- संघीय न्यायपालिका कितने प्रकार की होती है?
  82. प्रश्न- संघीय न्यायलय क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
  83. प्रश्न- जिला न्यायालय पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  84. प्रश्न- संघीय अपील न्यायालय पर प्रकाश डालिये।
  85. प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
  86. प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों की कमियों का वर्णन कीजिए।
  87. प्रश्न- अमरीका और इंग्लैण्ड की दल- प्रणाली की तुलना कीजिए।
  88. प्रश्न- अमेरिका के राजनीतिक दलों की कार्य प्रणाली का वर्णन कीजिए।
  89. प्रश्न- माओवाद क्या है? माओवाद के प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
  90. प्रश्न- कन्फ्यूशियसवाद क्या है? इसके प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
  91. प्रश्न- चीनी विधानमंडल राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के गठन, शक्ति एवं कार्यों पर प्रकाश डालिए।
  92. प्रश्न- जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति के बारे में आप क्या जानते हंत उसकी शक्ति एवं कार्यों को स्पष्ट कीजिए।
  93. प्रश्न- स्थायी समिति की शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
  94. प्रश्न- जनवादी चीन के राष्ट्रपति के कार्यों एवं अधिकारों की विवेचना कीजिए।
  95. प्रश्न- चीन में न्याय व्यवस्था की प्रमुख विशेषतायें बताते हुये न्यायपालिका के संगठन एवं उसकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
  96. प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल के संगठन का वर्णन कीजिए।
  97. प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल की भूमिका की विवेचना कीजिए।
  98. प्रश्न- एक देश दो प्रणाली नीति से आप क्या समझते हैं?
  99. प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति पर टिप्पणी लिखिए।
  100. प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की वास्तविक स्थिति का वर्णन कीजिए।
  101. प्रश्न- चीन में कांग्रेस के सदस्यों के अधिकारों एवं दायित्वों की विवेचना कीजिए।
  102. प्रश्न- चीन राज्य परिषद के गठन पर प्रकाश डालिये।
  103. प्रश्न- चीन के सैनिक केन्द्रीय आयोग पर टिप्पणी लिखिए।
  104. प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की वास्तविक स्थिति की विवेचना कीजिए।
  105. प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
  106. प्रश्न- जनवादी चीन में प्रोक्यूरेटोरेट पद की व्यवस्था का विवेचना कीजिए।
  107. प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के वर्तमान संविधान की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  108. प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के संविधान की संशोधन प्रकिया का वर्णन कीजिए।
  109. प्रश्न- प्रत्यक्ष लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र की सफलता के कारणों को इंगित कीजिए।
  110. प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली का वर्णन कीजिए।
  111. प्रश्न- स्विट्जरलैंड की कार्यपालिका के बारे में बताइये।
  112. प्रश्न- स्विस व्यवस्थापिका के बारे में बताइये।

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