बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 इतिहास - भारत में राष्ट्रवाद बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 इतिहास - भारत में राष्ट्रवादसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 इतिहास - भारत में राष्ट्रवाद - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदय की परिस्थितियों पर प्रकाश डालते हुए कांग्रेस की स्थापना के उद्देश्यों की विवेचना कीजिए।
सम्बन्धित लघु / अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के जन्म के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालिए।
2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जन्म कब और किन परिस्थितियों में हुआ?
3. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के प्रमुख उद्देश्य क्या थे?
उत्तर -
भारत में स्वाधीनता संग्राम ( सन् 1857 ई.) के बाद से राष्ट्रवाद का तेजी से प्रसार प्रारम्भ हो गया था। उत्तरोत्तर राष्ट्रवादी भावना की अभिव्यक्ति व प्रसार की भावना जनमानस में बलवती होती जा रही थी और साथ ही साथ एक शिक्षित व प्रबुद्ध मध्यम वर्ग का भी तेजी से प्रसार हो रहा था। इस मध्यम वर्ग का अहिंसात्मक व वैधानिक तौर-तरीकों में अटूट विश्वास था। अतः इस नवोदित मध्यम वर्ग द्वारा राष्ट्रव्यापी संगठनों की आवश्यकता महसूस की जाने लगी, जिनके द्वारा समस्त भारत की जनता में राष्ट्रवाद का प्रसार किया जा सके तथा साथ ही साथ जनसमस्याओं को सरकार के समक्ष प्रभावी तरीके से रखा जा सके। फलस्वरूप 19वीं सदी के उत्तरार्द्ध में कई संगठन अस्तित्व में आये और अन्ततः आगे चलकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रूप में एक सशक्त राष्ट्रवादी संगठन की भी स्थापना हुई।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के जन्म, इसके जन्म की परिस्थितियों तथा उद्देश्यों की विवेचना निम्नांकित शीर्षकों के अन्तर्गत की जा सकती है -
1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना एक अवकाश प्राप्त ब्रिटिश अधिकारी 'ए. ओ. ह्यूम' द्वारा सन् 1885 ई. में की गयी थी। ह्यूम ने तत्कालीन परिस्थितियों पर विचार करते हुए इस संगठन की स्थापना की। ह्यूम का मानना था कि इस प्रकार के राष्ट्रवादी संगठन द्वारा जनता की समस्याओं एवं सरकारी नीतियों में व्याप्त दोषों को सरकार के समक्ष प्रभावी रूप से पहुँचाया जा सकता है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदय के सन्दर्भ में विभिन्न उत्तरदायी परिस्थितियों का उल्लेख किया जा सकता है, जोकि अग्रलिखित हैं।
2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदय की परिस्थितियाँ - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जन्म विभिन्न परिस्थितियों के संयुक्त प्रभाव से हुआ, जिनमें से कुछ प्रमुख परिस्थितियाँ निम्नलिखित हैं
(i) सरकार तथा जनसाधारण के मध्य सम्पर्क सूत्र की आवश्यकता - प्रत्येक राजनीतिक व्यवस्था में सरकार व जनसामान्य के मध्य संवाद स्थापित करने वाले माध्यमों की अपरिहार्यता होती है। इसी सन्दर्भ में तत्कालीन परिस्थितियों में भारतीय जनता व ब्रिटिश सरकार के मध्य भी एक सशक्त सम्पर्क माध्यम की आवश्यकता की अनुभूति की जा रही थी। तत्कालीन नवोदित मध्यम वर्ग का मानना था कि जब तक ऐसा कोई सशक्त माध्यम नहीं होगा तब तक राष्ट्रवाद व स्वराज्य का स्वप्न साकार होने की संभावनाएँ अति क्षीण रहेंगी।
(ii) राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक व सामाजिक प्रतिनिधित्व का अभाव - तत्कालीन भारत में ऐसी कोई संस्था नहीं थी जोकि राष्ट्रीय स्तर पर समस्त भारत की जनता का राजनीतिक व सामाजिक प्रतिनिधित्व कर सके। अतः ऐसी परिस्थिति में एक ऐसे संगठन या संस्था की अत्यधिक आवश्यकता महसूस की जा रही थी जोकि सच्चे अर्थों में भारत को एक राष्ट्र के रूप में संगठित कर सके तथा समस्त भारत की जनता को राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक व सामाजिक प्रतिनिधित्व प्रदान कर सके।
(iii) राजनीतिक व आर्थिक विकास हेतु राष्ट्रीय संगठन की वांछनीयता - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदय के सन्दर्भ में एक अन्य महत्वपूर्ण उत्तरदायी परिस्थिति यह थी कि भारत में राजनीतिक व आर्थिक विकास की दृष्टि से भी एक राष्ट्रीय संगठन की आवश्यकता थी, जोकि भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक व आर्थिक विकास को दिशा प्रदान कर सके !
3. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के उद्देश्य - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य रहें-
(i) देशहित में कार्यरत विभिन्न व्यक्तियों को एकजुट करना - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रमुख प्रारम्भिक उद्देश्य यह रहा कि देशहित में कार्यरत विविध क्षेत्रों, वर्गों, समुदायों के व्यक्तियों को एकजुट किया जाये। कांग्रेस का उद्देश्य इन व्यक्तियों में घनिष्ठ व मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों की स्थापना करना था।
(ii) राष्ट्रीय एकता का पोषण - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य राष्ट्रीय एकता का पोषण करना भी था। इस उद्देश्य की प्राप्ति में कांग्रेस द्वारा यह प्रयास किया गया कि समस्त देशवासियों में राष्ट्रीयता का प्रसार हो तथा राष्ट्र की सेवा हेतु तीव्र भावनाओं का संचार किया जा सके।
(iii) महत्वपूर्ण सामाजिक समस्याओं का स्पष्टीकरण - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना का उद्देश्य तत्कालीन भारतीय समाज में व्याप्त विभिन्न महत्वपूर्ण समस्याओं का स्पष्टीकरण करना एवं. इन्हें सरकार के समक्ष प्रस्तुत करना भी था। कांग्रेस का यह प्रयास था कि इन गम्भीर समस्याओं का स्पष्टीकरण व समूहीकरण करते हुए शासन द्वारा इनके निराकरण हेतु दबाव बनाया जाये।
(iv) जाति, धर्म, भाषा, प्रान्त इत्यादि भेदभावों को समाप्त करना - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक राष्ट्रीय संस्था थी। इसका प्रमुख उद्देश्य समस्त भारत की जनता में जाति, धर्म, भाषा, प्रान्तीयता इत्यादि से सम्बन्धित भेदभावों का उन्मूलन करना भी था। कांग्रेस की मान्यता थी कि जब तक भारतवासी इन भेदभावों में उलझे रहेंगें तब तक ब्रिटिश हुकूमत के समक्ष अपनी गरिमा व अस्मिता हेतु आवाज उठानें में असमर्थ रहेंगें।
|
- प्रश्न- 1857 के विद्रोह के कारणों की समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- 1857 के विद्रोह के स्वरूप पर एक निबन्ध लिखिए। उनके परिणाम क्या रहे?
- प्रश्न- सन् 1857 ई. की क्रान्ति के प्रभावों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. के विद्रोह का दमन करने में अंग्रेज किस प्रकार सफल हुए, वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- सन् 1857 ई० की क्रान्ति के परिणामों की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- 1857 ई० के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख घटनाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 1857 के विद्रोह की असफलता के क्या कारण थे?
- प्रश्न- 1857 के विद्रोह में प्रशासनिक और आर्थिक कारण कहाँ तक उत्तरदायी थे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- 1857 ई० के विद्रोह के राजनीतिक एवं सामाजिक कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 1857 के विद्रोह ने राष्ट्रीय एकता को किस प्रकार पुष्ट किया?
- प्रश्न- बंगाल में 1857 की क्रान्ति की प्रकृति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 1857 के विद्रोह के लिए लार्ड डलहौजी कहां तक उत्तरदायी था? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. के विद्रोह के राजनीतिक कारण बताइये।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. की क्रान्ति के किन्हीं तीन आर्थिक कारणों का उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. की क्रान्ति में तात्याटोपे के योगदान का विवेचन कीजिये।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. के महान विद्रोह में जमींदारों की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. के विद्रोह के यथार्थ स्वरूप को संक्षिप्त में बताइये।
- प्रश्न- सन् 1857 ई. के झाँसी के विद्रोह का अंग्रेजों ने किस प्रकार दमन किया, वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- सन् 1857 ई. के विप्लव में नाना साहब की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- प्रथम स्वाधीनता संग्राम के परिणामों एवं महत्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रवाद के प्रारम्भिक चरण में जनजातीय विद्रोहों की भूमिका का परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- भारत में मध्यम वर्ग के उदय के कारणों पर प्रकाश डालिए। भारतीय राष्ट्रवाद के प्रसार में मध्यम वर्ग की क्या भूमिका रही?
- प्रश्न- भारत में कांग्रेस के पूर्ववर्ती संगठनों व इसके कार्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- भारत में क्रान्तिकारी राष्ट्रवाद के उदय में 'बंगाल विभाजन' की घटना का क्या योगदान रहा? भारत में क्रान्तिकारी आन्दोलन के प्रारम्भिक इतिहास का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदय की परिस्थितियों पर प्रकाश डालते हुए कांग्रेस की स्थापना के उद्देश्यों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के प्रारम्भिक वर्षों में कांग्रेस की नीतियाँ क्या थी? सविस्तार उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उग्रपंथियों के उदय के क्या कारण थे?
- प्रश्न- उग्रपंथियों द्वारा किन साधनों को अपनाया गया? सविस्तार समझाइए।
- प्रश्न- भारत में मध्यमवर्गीय चेतना के अग्रदूतों में किन महापुरुषों को माना जाता है? इनका भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन व राष्ट्रवाद में क्या योगदान रहा?
- प्रश्न- गदर पार्टी आन्दोलन (1915 ई.) पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में कांग्रेस के द्वारा घोषित किये गये उद्देश्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कांग्रेस सच्चे अर्थों में राष्ट्रीयता का प्रतिनिधित्व करती थी, स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- जनजातियों में ब्रिटिश शासन के प्रति असन्तोष का सर्वप्रमुख कारण क्या था?
- प्रश्न- महात्मा गाँधी के प्रमुख विचारों पर प्रकाश डालते हुए उनके भारतीय राजनीति में पदार्पण को 'चम्पारण सत्याग्रह' के विशेष सन्दर्भ में उल्लिखित कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय आन्दोलन में महात्मा गाँधी की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- असहयोग आन्दोलन के प्रारम्भ होने प्रमुख कारणों की सविस्तार विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- 'सविनय अवज्ञा आन्दोलन का प्रारम्भ कब और किस प्रकार हुआ? सविनय अवज्ञा आन्दोलन के कार्यक्रम पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- 'भारत छोड़ो आन्दोलन' के प्रारम्भ होने के प्रमुख कारणों की सविस्तार विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय आन्दोलन में टैगोर की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- राष्ट्र एवं राष्ट्रवाद पर टैगोर तथा गाँधी जी के विचारों की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- 1885 से 1905 के की भारतीय राष्ट्रवाद के विकास का पुनरावलोकन कीजिए।
- प्रश्न- महात्मा गाँधी द्वारा 'खिलाफत' जैसे धार्मिक आन्दोलन का समर्थन किन आधारों पर किया गया था?
- प्रश्न- 'बारडोली सत्याग्रह' पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- गाँधी-इरविन समझौता (1931 ई.) पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- 'खेड़ा सत्याग्रह' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदारपंथी चरण के विषय में बताते हुए उदारवादियों की प्रमुख नीतियों का उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदारपंथी चरण की सफलताओं एवं असफलताओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उग्रपंथियों के उदय के क्या कारण थे?
- प्रश्न- उग्रपंथियों द्वारा पूर्ण स्वराज्य के लिए किन साधनों को अपनाया गया? सविस्तार समझाइए।
- प्रश्न- उग्रवादी तथा उदारवादी विचारधारा में अंतर बताइए।
- प्रश्न- बाल -गंगाधर तिलक के स्वराज और राज्य संबंधी विचारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रारम्भ में कांग्रेस के क्या उद्देश्य थे? इसकी प्रारम्भिक नीति को उदारवादी नीति क्यों कहा जाता है? इसका परित्याग करके उग्र राष्ट्रवाद की नीति क्यों अपनायी गयी?
- प्रश्न- उदारवादी युग में कांग्रेस के प्रति सरकार का दृष्टिकोण क्या था?
- प्रश्न- भारत में लॉर्ड कर्जन की प्रतिक्रियावादी नीतियों ने किस प्रकार उग्रपंथी आन्दोलन के उदय व विकास को प्रेरित किया?
- प्रश्न- उदारवादियों की सीमाएँ एवं दुर्बलताएँ संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- उग्रवादी आन्दोलन का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के 'नरमपन्थियों' और 'गरमपन्थियों' में अन्तर लिखिए।
- प्रश्न- स्वदेशी आन्दोलन पर विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- कांग्रेस के सूरत विभाजन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अखिल भारतीय काँग्रेस (1907 ई.) में 'सूरत की फूट' के कारणों एवं परिस्थितियों का विवरण दीजिए।
- प्रश्न- कांग्रेस में 'सूरत फूट' की घटना पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- स्वदेशी आन्दोलन पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- कांग्रेस की स्थापना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- स्वदेशी आन्दोलन की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- स्वदेशी विचार के विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वदेशी आन्दोलन के महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- स्वराज्य पार्टी की स्थापना किन कारणों से हुई?
- प्रश्न- स्वराज्य पार्टी के पतन के प्रमुख कारणों को बताइए।
- प्रश्न- कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में कांग्रेस के द्वारा घोषित किये गये उद्देश्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कांग्रेस सच्चे अर्थों में राष्ट्रीयता का प्रतिनिधित्व करती थी, स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- दाण्डी यात्रा का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- मुस्लिम लीग की स्थापना एवं नीतियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- मुस्लिम लीग साम्प्रदायिकता फैलाने के लिए कहाँ तक उत्तरदायी थी? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- साम्प्रदायिक राजनीति के उत्पत्ति में ब्रिट्रिश एवं मुस्लिम लीग की भूमिका की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा मुस्लिम लीग को किस प्रकार संगठित किया गया?
- प्रश्न- लाहौर प्रस्ताव' क्या था? भारत के विभाजन में इसकी क्या भूमिका रही?
- प्रश्न- मुहम्मद अली जिन्ना ने किस प्रकार भारत विभाजन की पृष्ठभूमि तैयार की?
- प्रश्न- मुस्लिम लीग के उद्देश्य बताइये। इसका भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम पर क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- मुहम्मद अली जिन्ना के राजनीतिक विचारों पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- मुस्लिम लीग तथा हिन्दू महासभा जैसे राजनैतिक दलों ने खिलाफत आन्दोलन का विरोध क्यों किया था?
- प्रश्न- प्रथम विश्व युद्ध के क्या कारण थे?
- प्रश्न- प्रथम विश्व युद्ध के क्या परिणाम हुए?
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन पर प्रथम विश्व युद्ध का क्या प्रभाव पड़ा, संक्षेप में व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान उत्पन्न हुए होमरूल आन्दोलन पर प्रकाश डालिए। इसकी क्या उपलब्धियाँ रहीं?
- प्रश्न- गाँधी जी ने असहयोग आन्दोलन क्यों प्रारम्भ किया? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- लखनऊ समझौते के विषय में आप क्या जानते हैं? विस्तृत विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- प्रथम विश्वयुद्ध का उत्तरदायित्व किस देश का था?
- प्रश्न- प्रथम विश्वयुद्ध में रोमानिया का क्या योगदान था?
- प्रश्न- 'लखनऊ समझौता, पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- 'रॉलेक्ट एक्ट' पर संक्षित टिपणी कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय जागृति के क्या कारण थे?
- प्रश्न- होमरूल आन्दोलन पर संक्षित टिपणी दीजिए।
- प्रश्न- भारतीय राष्ट्रवादी और प्रथम विश्वयुद्ध पर संक्षित टिपणी लिखिए।
- प्रश्न- अमेरिका के प्रथम विश्व युद्ध में शामिल होने के कारणों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- प्रथम विश्व युद्ध के बाद की गई किसी एक शान्ति सन्धि का विवरण दीजिए।
- प्रश्न- प्रथम विश्व युद्ध का पराजित होने वाले देशों पर क्या प्रभाव पड़ा?
- प्रश्न- प्रथम विश्व युद्ध का उत्तरदायित्व किस देश का था? संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गदर पार्टी आन्दोलन (1915 ई.) पर संक्षित प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- 1919 का रौलट अधिनियम क्या था?
- प्रश्न- असहयोग आन्दोलन के सिद्धान्त, कार्यक्रमों का संक्षित वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- श्रीमती ऐनी बेसेन्ट के कार्यों का मूल्यांकन व महत्व समझाइये |
- प्रश्न- थियोसोफिकल सोसायटी का उद्देश्य बताइये।