बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सामाजिक अध्ययन क्लब का गठन करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखें?
अथवा
सामाजिक अध्ययन में सामाजिक अध्ययन क्लब से आप क्या समझते हैं? इसे कैसे संगठित करेंगे?
उत्तर-
पाठ्यक्रम सहायक क्रियाओं में सामाजिक विज्ञान क्लब की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
सामाजिक विज्ञान क्लब के अन्तर्गत शिक्षण-कार्य "करते सीखने" के सिद्धान्त पर आधारित होता है।
कक्षा शिक्षण को अधिक सामाजिक विज्ञान क्लब विद्यार्थियों की योजना तथा रुचि के अधिक अनुकूल होती है क्योंकि इसमें किसी भी प्रकार की निश्चित पढ़ाई पर बल नहीं दिया जाता है। यही कारण है कि इन क्लबों के द्वारा बालकों की सृजनात्मक शक्ति का विकास अधिक होता है।
सामाजिक विज्ञान क्लब के गठन से सम्बन्धित ध्यान देने योग्य बातें निम्नलिखित हैं -
(1) सामाजिक विज्ञान क्लब का गठन योग्य तथा अनुभवी शिक्षकों के निर्देशन में किया जाना चाहिए।
(2) क्लब के गठन में सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन से सम्बन्धित सभी विषयों की पाठ्य-पुस्तकों की पर्याप्त मात्रा में संग्रह होना चाहिए।
(3) पुस्तकों के साथ-साथ सम्बन्धित सहायक सामग्री, चित्र, चार्ट, मानचित्र, मॉडल इत्यादि का होना आवश्यक है।
(4) क्लब के द्वारा ऐसे आयोजन किए जाएँ जिससे छात्रों में परस्पर सहयोग एवं स्वस्थ प्रतियोगिता का विकास किया जा सके।
(5) क्लब के अन्तर्गत दैनिक समाचार-पत्र, पत्रिकाओं की उपलब्धता रहनी चाहिए।
(6) क्लब के अन्तर्गत एक सामाजिक विज्ञान संग्रहालय की भी स्थापना किया जाना चाहिए।
(7) इसमें सामाजिक अध्ययन से सम्बन्धित आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित होनी चाहिए।
(8) क्लब के अन्तर्गत श्रव्य-दृश्य उपकरणों, सामाजिक विज्ञान विषयों से सम्बन्धित शैक्षिक कैसेट्स, सी0डी0, स्लाइड्स इत्यादि का होना अनिवार्य है।
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