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बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- छात्राध्यापक जब प्रश्नपत्र बनाते समय किन बातों का ध्यान में रखना चाहिए?
उत्तर -
छात्राध्यापक को प्रश्नपत्र बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए -
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प्रश्नपत्र के प्रारम्भ में विषय, प्रश्नपत्र की संख्या, हल करने का समय, अधिकतम अंक एवं प्रश्नपत्र का कोड तथा अनुक्रमांक लिखने हेतु रिक्त स्थान अवश्य होना चाहिए।
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प्रश्नपत्र हल करते पुर्जियों में स्पष्ट हो, इसका उल्लेख भी प्रारम्भ में किया जाना चाहिए।
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प्रश्नों को ऐसे प्रारूप में ही लिखा जाना चाहिए।
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छात्र जब प्रश्न लिखते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रश्न पढ़ाये गए पाठ से ही सम्बन्धित हों।
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प्रश्नपत्र का निर्माण करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रश्नपत्र त्रैमासिक, अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षाओं में से किस परीक्षा हेतु तैयार किया जा रहा है।
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त्रैमासिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षाओं हेतु केवल उन्हीं पाठों से प्रश्न रखें जाने चाहिए जिन्हें शिक्षक ने पढ़ाया हो।
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प्रश्नों को लिखते समय उनकी भाषा एवं कठिनाई स्तर का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
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शिक्षकों के केवल अपने ही स्तर के प्रश्नपत्र का निर्माण करना चाहिए।
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प्रश्नों का चयन करते समय यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि इन प्रश्नों को हल करने हेतु जो समय विद्यार्थियों को दिया जा रहा है क्या वह उनके लिए पर्याप्त है।
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प्रश्नपत्र में प्रश्नों की संख्या सीमित होनी चाहिए।
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प्रश्नपत्र में प्रश्न ज्ञानात्मक, अवबोधनात्मक, कौशलात्मक एवं अनुप्रयोगात्मक सभी प्रकार के उद्देश्यों का आकलन करने हेतु होने चाहिए।
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सरलता हेतु प्रश्नों को कई खण्डों में बाँट लेना चाहिए तथा प्रत्येक खण्ड में से कितने प्रश्न हल करने हैं, इसके लिए निर्देश अवश्य लिखें चाहिए।
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