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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2760
आईएसबीएन :0

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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- गद्य शिक्षण में सस्वर वाचन के महत्त्व पर प्रकाश डालिए।

उत्तर-

गद्य शिक्षण में सस्वर वाचन का महत्व 

गद्य शिक्षण में सस्वर वाचन का विशेष महत्त्व रहता है। गद्य शिक्षण की प्रक्रिया सस्वर वाचन के बिना अधुरी रहती है। सस्वर वाचन का अर्थ है कि गद्यांश को एक निर्धारित मात्रा में जोर से अथवा स्वर सहित वाचन करना। शिक्षा के कई अनौपचारिक अवसरों पर व्याख्यान देते समय वाद-विवाद एवं गोष्ठियों में अपनी बात को प्रभावशाली ढंग से कहने के लिए सस्वर वाचक का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाता है।

सस्वर वाचन यदि शुद्ध एवं प्रभावपूर्ण हो तो श्रोताओं पर स्पष्ट प्रभाव डालता है। साथ ही वाचन करने वाले (वक्ता) का अपना व्यक्तित्त्व भी सस्वर वाचन के प्रभाव को अवश्य प्रभावित करता है। किसी भी बात का प्रभाव कई बातों पर निर्भर करता है जैसे- कही गई बात का विषय-वस्तु, बोलने वाले का स्वर, उसका उच्चारण, स्वर का उचित आरोह-अवरोह, वक्ता का अपना व्यक्तित्त्व से विचार गोष्ठी सम्मेलन हो या कोई सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक या पारिवारिक उत्सव का आयोजन हो अच्छे वाचन या अच्छी वाणी का अपना अलग ही प्रभाव रहता है। वाचन या वाणी अच्छी न होने पर व्यक्ति समाज या समूह में बोलने तक का साहस नहीं जुटा पाते। अच्छे सस्वर वाचन से व्यक्ति में आत्म-विश्वास जागृत होता है।

भाषा प्रयोग की क्षमता विकसित होती है तथा जो समाज में बोलने की झिझक या संकोच होता है वह समाप्त हो जाता है तथा श्रेष्ठ वाणी छात्र में नेतृत्व के गुणों को भी विकसित करती है। सस्वर वाचन छात्र के उच्चारण दोष को दूर करता है, भाषा में प्रवाह एवं गति अर्थात् उचित आरोह-अवरोह का अभ्यास होता है। सस्वर वाचक से छात्रों को मुखाकृति का भाषा तथा भावानुकूल प्रयोग करने की सीख धीरे मिलती रहती है जो उसके वाचन को और अधिक प्रभावी बनाती है।

सस्वर वाचन छात्रों को वाक्य रचना का ज्ञान कराने तथा उन्हें विभिन्न लेखन शैलियों से अवगत कराने में सहायक होता है। यह छात्रों को लिपि का ज्ञान, मुहावरों एवं सूक्तियों के उचित प्रयोग, गद्य का स्पष्ट अक्षरोच्चारण, उचित ध्वनि, स्वर में भावानुकूल बल तथा स्वर के उचित प्रवाह में प्रशिक्षित करता है। सस्वर वाचन से छात्रों को मानव जीवन के विभिन्न पक्षों का सामान्य ज्ञान प्राप्त होता है। इससे छात्रों को लिखित सामग्री के केन्द्रीय भाव को समझने एवं उसे ग्रहण करने तथा उसकी समीक्षा करने का अवसर प्राप्त होता है।

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