बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- हिन्दी शिक्षक का महत्त्व समझाइये |
उत्तर-
हिन्दी शिक्षक का महत्त्व
शिक्षाशास्त्र का यह एक महत्त्वपूर्ण सिद्धान्त है कि शिक्षण में पाठ्यक्रम की अपेक्षा शिक्षक का अधिक महत्त्व है। यहाँ तक कि आज शैक्षिक तकनीकी भी उसकी उपेक्षा नहीं कर सकती है। विषय-वस्तु को बोधगम्य करने की अपेक्षा शिक्षक के व्यक्तित्त्व का प्रभाव बालकों के लिये विशेष महत्त्व रखता है। क्योंकि शिक्षा की प्रक्रिया में शिक्षक "धुरी" के सदृश्य कार्य करता है। शिक्षक का व्यक्तित्त्व प्रस्तुतीकरण शिक्षक के आदर्श सीखने वाले नवयुवकों में अभिरुचि एवं अभिवृत्ति का विकास करते हैं, सीखने के लिये प्रेरणा भी देते हैं।
शिक्षक बालकों में सही दृष्टिकोण को विकसित करने के लिये उत्तरदायी है। यदि हिन्दी शिक्षक निष्पक्ष तथा ईमानदारी से कार्य करे तो विद्यालय के अन्य विषयों की अपेक्षा स्वदेश प्रेम, अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना का विकास सुगमता से कर सकता है। देश की प्रगति के लिये सुयोग्य नागरिकों का विकास कर सकता है। शिक्षक का अन्तिम लक्ष्य "मानवता" का विकास करना है जिसमें हिन्दी शिक्षक महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकता है। रविन्द्रननाथ टैगोर ने शिक्षक की उपमा जलते दीपक से की है।
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