बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- माध्यमिक स्तर पर हिन्दी शिक्षण के सामान्य उद्देश्यों को बताइये।
उत्तर-
भाषा वह शक्ति है जिसके माध्यम से हम अपने विचार दूसरों पर प्रकट करते हैं तथा दूसरे के विचारों को समझते हैं।
भाषा के आधार पर ही मनुष्य शाश्वत साहित्य को जन्म देता है। इस दृष्टि से भाषा शिक्षण के तीन मुख्य उद्देश्य हैं-
(1) भाव प्रकाशन,
(2) भाषा ग्रहण,
((३) सृजन।
सीताराम चतुर्वेदी- "भाषा की शिक्षा का यह उद्देश्य है कि हम दूसरों की कही तथा लिखी हुयी बातें ठीक-ठीक समझ तथा पढ़ सकें और शुद्ध प्रभावोत्पादक तथा रमणीक ढंग से लिख तथा बोल सकें।"
माध्यमिक स्तर पर हिन्दी शिक्षण के सामान्य उद्देश्य - इस स्तर पर पहुँचने के पूर्व छात्र को अपनी मातृभाषा हिन्दी की जानकारी हो जाती है। वह लेखन एवं पाठन में कुछ दक्षता प्राप्त कर लेता है। उसमें श्रवण एवं अभिव्यक्ति की भी क्षमता रहती है। इसलिए इस स्तर पर हिन्दी शिक्षण के उद्देश्य निम्नलिखित
(1) छात्रों में पठन कला की निपुणता की भावना भरना।
(2) छात्रों में सौन्दर्यानुभूति की भावना का विकास करना।
(3) छात्रों को उचित गति से लिखने का अभ्यास कराना।
(4) छात्रों को क्षेत्रीय लोकोक्तियों एवं मुहावरों का ज्ञान कराना।
(5) छात्रों के शब्द एवं सूक्ति भण्डार में वृद्धि करना।
(6) छात्रों को निबन्ध, संवाद, सारांश-पत्र आदि लिखने की कला में दक्षता पैदा करने का प्रयास करना।
(7) उनमें स्वाध्याय की प्रवृत्ति विकसित करना।
(8) छात्रों को व्याकरण के नियमों से परिचित कराना।
(9) छात्रों में अभिनय, अनुकरण एवं संवाद की योग्यता पैदा करना।
(10) छात्रों में मौन वाचन की आदत का विकास करना तथा मौन वाचन के माध्यम से तथ्यों को ग्रहण करने की क्षमता पैदा करना।
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