बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न-. जलीय पारिस्थितिक तंत्र की संक्षिप्त विवेचना कीजिए ।
उत्तर-
जलीय पारिस्थितिक तंत्र में जल की प्रधानता होती है। यह दो प्रकार का होता है- अलवणीय एवं लवणीय जल पारिस्थितिक तंत्र। अलवणीय जल पारिस्थितिक तंत्र को भी दो श्रेणियों में बाँटा जा सकता है-
(1) स्थिर जल पारिस्थितिक तंत्र अथवा स्थिर जलीय आवास, अर्थात् जहाँ का जल स्थिर हो और उसके बाहर निकलने का कोई मार्ग नहीं हो, जैसे एक छोटा तालाब, बड़ा झील एवं दलदल इत्यादि।
(2) प्रवाहमान जल परिस्थितिक तंत्र अथवा प्रवाही जलीय आवास, अर्थात् जो जल एक दिशा में गतिशील या प्रवाहमान हो; जैसे धाराएँ, नदी, झरना एवं सोता इत्यादि।
सामान्यतया देखा जाता है कि विभिन्न श्रेणियों के जलीय पारिस्थितिक तंत्रों के मध्य अथवा एक ही श्रेणी के जलाशयों में कोई निश्चित सीमा रेखा नहीं होती है। स्थलीय एवं सागरीय जल आवासों की तुलना में अलवणीय जल आवास भूमि के एक छोटे से भाग पर पाए जाते हैं, परन्तु क्षेत्रफल की दृष्टि से उनका महत्त्व बहुत अधिक है, जिसके निम्नलिखित मुख्य कारण हैं-
(i) ये घरेलू एवं स्थलीय आवश्यकता के लिए अतिसुलभ एवं सस्ते जल स्रोत होते हैं।
(ii) ये अलवणीय जलाशयों के जल चक्र के महत्त्वपूर्ण घटक होते हैं।
(iii) ये सस्ती एवं सुलभ अवजल निस्तारण प्रणाली होते हैं।
|