बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- पारिस्थितिक तंत्र से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
पर्यावरण का वह अंग पारिस्थितिक तंत्र कहलाता है, जहाँ जीव आपस में एवं अपने आस- पास के भौतिक पर्यावरण से परस्पर क्रिया-प्रतिक्रिया करते रहते हैं। सर्वप्रथम सन् 1935 ई. में 'इकोसिस्टम' शब्द का प्रयोग सर आर्थर टेन्सले द्वारा पारिस्थितिक तंत्र के संदर्भ में किया गया था। पारिस्थितिक तंत्र आकार में अलग-अलग होते हैं, जैसे एक छोटा तालाब से लेकर एक बड़े समुद्र तक तथा एक छोटे बगीचे से लेकर एक बड़े जंगल तक। इसे एक स्व-नियामक, स्व-नियंत्रण एवं स्व-निर्वाहक भूखण्डों या जलाशयों की इकाई कहा जा सकता है।
पारिस्थितिक तंत्रों को दो प्रकारों स्थलीय एवं जलीय पारिस्थितिक तंत्रों में विभाजित कर सकते हैं। जलीय पारिस्थितिक तंत्र भी दो प्रकार के होते हैं, पहला अलवणीय जल पारिस्थितिक तंत्र जैसे तालाब, झील, प्रवाहिकायें तथा दूसरा लवणीय जल जैसे समुद्र, ज्वारनदमुख ।
प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र मानव क्रियाकलापों द्वारा मानवजनित पारिस्थितिक तंत्र में परिवर्तित या रूपांतरित होते रहते हैं । प्राकृतिक वनों को काटकर वृक्षारोपण या कृषि भूमि में विकसित करना मानव निर्मित पारिस्थितिक तंत्र है। अक्सर देखा गया है कि बाँधों के निर्माण में वनों की जल समाधि हो जाया करती है तथा वे विशाल जलाशयों में परिवर्तित हो जाते हैं। अन्तरिक्षयान एवं जलजीवशालाएँ, ग्लास हाउस, कल्चर रूम इत्यादि के अन्दर का कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्र मानव निर्मित पारिस्थितिक तंत्र है।
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