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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2759
आईएसबीएन :0

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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- विद्यालय में खेल - कूद के महत्त्व को संक्षेप में बताइये।

उत्तर-

शिक्षाशास्त्रियों ने इस बात पर अत्यधिक बल दिया है कि विद्यालयों में पुस्तकीय ज्ञान के साथ खेल-कूद को भी महत्त्व देना अनिवार्य है क्योंकि छात्रों के स्वास्थ्य का न केवल उनके मानसिक विकास पर प्रभाव पड़ता है वरन् उनका स्वास्थ्य राष्ट्र की उन्नति का भी महत्वपूर्ण आधार बनता है। इस विषय में ट्यूक्स के विचार उल्लेखनीय हैं, वे लिखते हैं, "एक राष्ट्र के रूप में हमारी उन्नति का प्रमुख कारण शारीरिक एवं मानसिक शक्ति है जिसे कि हमने बाल अवस्था में खेलों के द्वारा अर्जित किया है।" ट्यूक्स महोदय का यह कथन विद्यालय में खेल-कूद की अनिवार्यता का सम्पुष्ट प्रमाण है।

विद्यालय में शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये खेल-कूद का होना अत्यन्त आवश्यक है। विद्यालय में खेल-कूद के महत्त्व को निम्न प्रकार से समझा जा सकता है-

(i) विद्यालय में शारीरिक विकास के लिये खेल-कूद का विशेष महत्त्व है।

(ii) खेल-कूद के द्वारा मानसिक विकास में सहायता मिलती है। (iii) खेल-कूद से शारीरिक शक्ति का सदुपयोग होता है।

(iv) अवकाश के सदुपयोग में भी खेल-कूद का अत्यधिक महत्त्व होता है।

(v) खेल-कूद चारित्रिक विकास में भी सहायक है।

(vi) स्वच्छ वातावरण के निर्माण में खेल-कूद का महत्त्व होता है।

(vii) राष्ट्र के प्रति प्रेम भावना का विकास करने में भी खेल-कूद महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं।

(viii) खेल-कूद के द्वारा छात्रों में विद्यालय के प्रति प्रेम भावना विकसित होती है।

(ix) खेल-कूद से छात्रों में सामाजिकता का भी विकास होता है।

(x) विद्यालय में खेल-कूद होने से छात्रों में अन्तर्राष्ट्रीय भावना का विकास होता है।

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