बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्यसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- अधिगम प्रक्रिया को संक्षेप में समझाइए।
उत्तर-
अधिगम की क्रिया चेतन या अचेतन रूप में जीवन पर्यन्त चलती रहती है। व्यक्ति का विकास अधिगम प्रक्रिया द्वारा ही होता है। इसका आधार है - परिपक्वता। अधिगम की प्रक्रिया में प्रेरणा का होना आवश्यक है।
पील महोदय के अनुसार - "अधिगम व्यक्ति में एक परिवर्तन है, जो उसके वातावरण के परिवर्तन के अनुसरण में होता है।"
पील महोदय ने अधिगम की प्रक्रिया को संक्षेप में इस प्रकार व्यक्त किया है-
(1) अधिगम द्वारा व्यक्ति में स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार के परिवर्तन आते हैं।
(2) अधिगम व्यक्ति की सहज स्वाभाविक क्रियाओं जैसे पलकें झपकाना, हाथ खींच लेना आदि से भिन्न है।
(3) अधिगम सामाजिक और जैविक अनुकूलन या चेतन उद्देश्य से हो सकता है।
(4) अधिगम व्यक्ति में सामाजिक या असामाजिक दोनों प्रकार के व्यवहार पैदा कर सकता है।
(5) अधिगम त्रुटिरहित या त्रुटिपूर्ण हो सकता है।
|