बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्यसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- कम्प्यूटर सह अनुदेशन की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-
कम्प्यूटर सह अनुदेशन की विशेषताएँ
(Characteristics of Computer Assisted Instruction)
1. इस प्रक्रिया में कम्प्यूटर के द्वारा अनुदेशन पर आधारित परिस्थितियों को अभिकल्पित किया जाता है।
2. यह स्वत: अनुदेशन प्रदान करने में सहायक है।
3. इसके द्वारा वैयक्तिक भिन्नताओं के आधार पर अनुदेशन प्रदान किया जाता है।
4. इस प्रक्रिया में, सूचनाओं को बड़े पैमाने पर संचित एवं व्यवस्थित किया जा सकता है।
5. इसे प्रायः समस्त शैक्षिक स्तरों पर प्रयुक्त किया जा सकता है।
6. इसे समस्त विषय के अनुदेशनों हेतु प्रयुक्त किया जा सकता है।
7. एक ही समय में अनेक प्रकार के अधिक्रम प्रस्तुत किए जा सकते हैं।
8. एक ही समय में 30 छात्रों को अनुदेशन दिया जा सकता है।
9. यह नवीन एवं मौलिक प्रणाली है।
10. यह अभिक्रमित अध्ययन पर आधारित है।
11. इसके द्वारा अधिगम परिस्थितियों को रुचिपूर्ण बनाया जाता है
12. विभिन्न अधिगम स्वरूपों के आधार पर, अलग-अलग अधिक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं।
13. यह नियन्त्रित परिस्थितियों में अधिगम कराने में सहायक है।
14. यह योग्य अध्यापकों की पूर्ति करने में सहायक है।
15. यह व्यक्तिनिष्ठ प्रभावों से पूर्णतः मुक्त है।
16. इसके द्वारा छात्रों के व्यवहारों को नियन्त्रित किया जा सकता है।
17. ज्ञानात्मक स्तर के उद्देश्यों की प्राप्ति में विशेष सहायक है।
18. यह व्यक्तिनिष्ठ अध्ययन का ही एक रूप है।
19. इसके द्वारा, छात्रों को पूर्ण योग्यताओं के आधार पर अनुदेशन प्रदान किया जा सकता है।
20. इस प्रणाली के अन्तर्गत, छात्रों के पूर्व व्यवहारों अथवा पूर्व ज्ञान के आधार पर अनुदेशन प्रदान किया जाता है।
21. छात्रों व कम्प्यूटर के मध्य प्रभावयुक्त अन्तः क्रिया की व्यवस्था रहती है।
22. छात्रों को, उनके उत्तर शीघ्र पता चल जाते हैं।
23. उत्तर गलत होने की स्थिति में, छात्रों को अपनी त्रुटि का पता चल जाता है।
24. अनुदेशक व अधिगम की प्रक्रिया के अनन्तर छात्रों को निरन्तर पुनर्बलन प्राप्त होता रहता है।
25. इस प्रणाली में, छात्र धोखे में नहीं रह सकता है।
26. छात्रों का मूल्यांकन व उनके उत्तरों का विश्लेषण तत्काल होता है।
27. छात्रों की उपलब्धि का समस्त रिकॉर्ड इस प्रक्रिया में रखा जाता है।
28. उसके द्वारा, साधारण व जटिल, दोनों ही प्रकार के विषयों का सार्थक ढंग से प्रस्तुतीकरण किया जा सकता है।
29. संचयन व उपयोजन की दृष्टि से, यह अन्य यन्त्रों की तुलना में अधिक विलक्षण व उपयुक्त होता है।
30. इसमें, संचयन, विश्लेषण, संश्लेषण की विशिष्ट क्षमता होती है। इसी कारण से इसे कम्प्यूटर मस्तिष्क के नाम से सम्बोधित किया जाता है।
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