बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्यसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सूचना और सम्प्रेषण तकनीकी की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी की सीमाएँ निम्नलिखित हैं-
(1) अधिकांश विद्यालयों में सूचना और सम्प्रेषण तकनीकी उपलब्ध नहीं है। इसकी खरीद, रख-रखाव और अन्य खर्च उठाने की अवस्था में विद्यालय नहीं है।
(2) इसके प्रयोग और लाभों के बारे में शिक्षकों, प्रधानाचार्यों, अन्य सम्बन्धित व्यक्तियों में अनभिज्ञता तथा अरुचि है।
(3) शिक्षकों में यह भय व्याप्त है कि शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में उनका स्वामित्व खतरे में पड़ सकता है। उन्हें लगता है कि अनुदेशन प्रक्रिया में सूचना और सम्प्रेषण तकनीकी के प्रयोग से उनकी भूमिका नगण्य हो जायेगी।
(4) विद्यालय तथा राज्य के प्रशासनिक अधिकारी विद्यालयों में इसके प्रयोग और संसाधनों को एकत्र करने में निरुत्साहित हैं तथा किसी प्रकार की सहायता नहीं पहुँचाते हैं।
(5) विद्यालय का पाठ्यक्रम, परीक्षा पद्धति, मूल्यांकन पद्धति आदि सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के प्रयोग के अनुकूल नहीं है।
(6) शिक्षक प्रशिक्षण संस्थाओं में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी के प्रयोग से संबंधित ज्ञान, कौशल, अभिवृत्ति, रुचि आदि के विकास का प्रयास नहीं किया जाता है।
(7) कई छात्र भी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में निष्क्रिय श्रोता ही बने रहना चाहते हैं। वे स्व- अधिगम में आने वाली परेशानियों और कठिनाइयों से भयभीत प्रशिक्षण की कमी के कारण होता है।
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