बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-4 उद्यमिता के मूल तत्व बीकाम सेमेस्टर-4 उद्यमिता के मूल तत्वसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-4 उद्यमिता के मूल तत्व - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय 3 - उद्यमी : अर्थ, गुण, कार्य एवं प्रकार
(Entrepreneur : Meaning, Qualities,Functions and Types)
उद्यमी ऐसा व्यक्ति होता है जो नया उपक्रम प्रारम्भ करता है, आवश्यक संसाधानों की व्यवस्था करता है, व्यावसायिक क्रियाओं का प्रबन्ध व नियंत्रण करता है एवं व्यवसाय से सम्बन्धित विभिन्न जोखिमों को वहन करता है। उद्यमी व्यावसायिक चुनौतियों का सामना करके लाभ अर्जित करते हुए समाज को लाभान्वित करता है। उद्यमी के बारे में अध्ययन करना आर्थिक क्रिया में मुख्य पात्र का अध्ययन करना होता है। उद्यमी वर्तमान समाज का सच्चा नायक अथवा आर्थिक एवं सामाजिक परिवर्तनों का अग्रदूत है। व्यावसायिक सफलता का निर्धारण उद्यमियों द्वारा नवप्रवर्तन से लेकर रचनात्मक कार्यों के आधार पर होता है। उद्यमी का कार्य अत्यन्त व्यापक एवं जटिल है तथा उसके लिए सामाजिक व्यक्तित्व अति महत्वपूर्ण होता है। उद्यमी में आत्मविश्वास, जोखिम वहन, नेतृत्व, मौलिकता आदि गुण अपेक्षित होते हैं। उसमें असाधारण सृजनशीलता एवं व्यवहार क्षमता होनी चाहिए। यद्यपि उद्यमी के बारे में कई पूर्वाग्रह प्रचलित हैं जो उद्यमिता विकास में बाधा डालते हैं परन्तु इन भ्रांतियों का समाधान किया जा सकता है। उद्यमी तथा प्रबन्ध में अन्तर होता है। उद्यमियों को विभिन्न आधारों जैसे व्यक्तिगत योग्यता, कार्य, विकास की गति, सामाजिक लाभ आदि के आधार पर बाँटा जा सकता है। उद्यमी के लिए आवश्यक होता है कि उसमें नेतृत्व क्षमता, जोखिम वहन क्षमता, निर्णयन क्षमता एवं नियोजन की योग्यता हो। उद्यमी में नियोजन क्षमता होने से कर्मचारियों को प्रेरणा एवं निर्देशन मिलता है। वह संतुलित व व्यवहारिक जोखिमों को वहन करके उद्यमिता में सफलता पाता है। उसके द्वारा अपने सभी कार्यों को निर्णयन द्वारा किया जाता है। एक उद्यमी नियोजन के माध्यम से उपक्रम के भविष्य पर विचार करता है एवं पर्यावरण की प्रवृत्तियों का पूर्वानुमान लगता है तथा प्राप्त उद्देश्यों के परिणामों को तय करता है। अतः उसमें नियोजन शक्ति का होना आवश्यक होता है। उद्यमी प्रत्येक राष्ट्र के लिए अमूल्य सृजनात्मक शक्ति है।
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