बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-4 आयकर विधि एवं लेखे बीकाम सेमेस्टर-4 आयकर विधि एवं लेखेसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-4 आयकर विधि एवं लेखे - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय 4 - कर से मुक्त आय
(Incomes Exempted from Tax)
आयकर अधिनियम के अनुसार कुछ आयों को कर से मुक्त रखा गया है। कर मुक्त आयें ऐसी आयें होती हैं, जिन्हें करदाता की कुल आय की गणना में शामिल नहीं किया जाता है। ऐसी आयों पर कर की गणना नहीं होती है। जिन आयों पर कर नहीं लगता है उन्हें कर - मुक्त आयें कहते हैं। कर- मुक्त आय से आशय ऐसी आय से लगाया जाता है, जिन पर आयकर नहीं लगाया जाता है। कुछ आयें ऐसी होती है, जो पूर्णतया कर मुक्त होती हैं। वे कुल आय में नहीं जोड़ी जाती हैं। कुछ आय अंशतया कर मुक्त होती हैं, जो कुल आय में तो जोड़ी जाती हैं परन्तु बाद में उन पर आयकर की औसत दर से छूट दी जाती है। आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 10 में ऐसी आयों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें न तो करदाता की आय में जोड़ा जाता है और न ही उन पर कर लगाया जाता है। ऐसी आयों को चार भागों में विभाजित किया जा सकता है-
(i) सभी करदाताओं के लिए कर मुक्त।
(ii) अनिवासी करदाता के लिए कर-मुक्त।
(iii) गैर - नागरिक करदाताओं के लिए कर मुक्त।
(iv) कुछ करदाताओं द्वारा अर्जित आयों को कर मुक्ति।
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