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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2751
आईएसबीएन :0

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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- व्यक्तित्व मापन क्या है? मापन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।

उत्तर-

संसार के प्रत्येक व्यक्ति में एक अनूठा व्यक्तित्व होता है। यह व्यक्तित्व उसकी जन्मजात तथा अर्जित विशेषताओं का योग होता है। मनोवैज्ञानिकों ने कुछ समानताओं / विषमताओं के आधार पर व्यक्तित्व का वर्गीकरण किया है अर्थात् एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से अलग किया है। व्यक्ति की विशेषताओं अर्थात् गुणों को जानना मापन कहलाता है।

व्यक्तित्व मापन की विधियों से तात्पर्य एक ऐसे परीक्षण यंत्र या विधि से है जिसके द्वारा व्यक्तिगत शीलगुणों का मूल्यांकन किया जाता है। आधुनिक समय में विद्यार्थियों को शैक्षिक, व्यवसायिक और व्यक्तिगत निर्देश देने के लिए व्यक्तितत्व की विशेषताओं को जानना आवश्यक होता है। अतः शिक्षा प्रक्रिया में व्यक्तित्व को मापना आवश्यक होता है।

व्यक्तित्व मापन की विधियाँ या परीक्षण - मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व को मापने के लिए अनेक विधियों को खोजा है। इनमें से जिन विधियों या परीक्षणों का प्रयोग अधिक होता है वे निम्नलिखित हैं। मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व मापन की विधियों को दो मुख्य वर्गों में विभाजित किया है प्रक्षेपण विधियाँ तथा अप्रक्षेपण विधियाँ। अप्रेक्षण विधियों को तीन वर्गों में विभाजित किया गया आत्मनिष्ठ, विधियाँ, वस्तुनिष्ठ विधियाँ तथा मनोविश्लेषण विधियाँ।

1. आत्मनिष्ठ विधियाँ - इसके अन्तर्गत व्यक्तित्व की जाँच स्वयं परीक्षक द्वारा या उसके द्वारा नियुक्त व्यक्ति की सहायता से की जाती है। इसमें निम्नलिखित विधियों का प्रयोग किया जाता है-
1. जीवन इतिहास विधि
2. प्रश्नावली विधि
3. साक्षात्कार विधि
4. आत्मकथा लेखन विधि।

2. वस्तुनिष्ठ विधियाँ - इन विधियों के अन्तर्गत व्यक्ति के बाह्य आचरण अथवा विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है। व्यक्तित्व को मापने में निम्नलिखित विधियों को प्रयोग में लाया जाता है।
1. नियंत्रित निरीक्षण विधि
2. मापन रेखा विधि
3. समाजमिति विधि
4. शारीरिक परीक्षण विधि

3. प्रक्षेपी विधियाँ - प्रक्षेपण का तात्पर्य परीक्षार्थी के सामने ऐसी उत्तेजक स्थिति उत्पन्न करते हैं जिससे वह अपने विचारों, भावनाओं, मनोवृत्तियों और संवेगों को दूसरों में देखता है और अपने अचेतन मन में एकत्र हुई बातों को प्रकट करता है। इसके अन्तर्गत निम्न विधियाँ आती हैं-
1. प्रासंगिक अन्तर्बोध परीक्षण
2. बाल सम्प्रत्यक्ष परीक्षण
3. रोशी स्याही परीक्षण
4. वाक्य पूर्ति तथा कहानीपूर्ति परीक्षण।

4. मनोविश्लेषण विधियाँ - मनोविश्लेषणात्मक विधियों की सहायता से व्यक्ति के आन्तरिक व्यक्तित्व का पता लगाया जाता है। इसके अन्तर्गत निम्न विधियाँ आती हैं-

1. स्वतंत्र शब्द साहचर्य परीक्षण
2. स्वप्न विश्लेषण

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