बी ए - एम ए >> बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- खेलों में अतिरिक्त ऊर्जा के सिद्धान्त का क्या महत्व है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
बच्चों के लिए खेल और शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से अपनी अतिरिक्त ऊर्जा को खर्च करना आवश्यक होता है। नियमित शारीरिक गतिविधियों से बालकों का वजन नियंत्रित रहता है। उनमें पुरानी बीमारियों के उभरने का जोखिम भी कम होता है। खेलों से बालकों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास में भी मदद मिलती है। अतिरिक्त ऊर्जा व्यय करने के क्रम में जब बालक खेल गतिविधियों में भाग लेते हैं तो उन्हें निम्नलिखित लाभ होते हैं-
(1) शारीरिक स्वास्थ्य - बालक खेल के माध्यम से अपनी अधिशेष ऊर्जा का व्यय करते हैं। इसके लिए वह विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में भाग लेते हैं जिससे उनकी माँसपेशियाँ मजबूत होती हैं, वजन नियंत्रित रहता है, रक्त प्रवाह में सुधार होता है। शारीरिक व्यायाम या खेल, मोटापा, टाइप टू मधुमेह और हृदयरोग के जोखिम को घटाता है।
(2) मानसिक स्वास्थ्य - शारीरिक व्यायाम या खेल से बच्चों की मनोदशा में सुधार चिंता और अवसाद के लक्षणों में कमी आती है।
(3) सामाजिक कौशल - खेल और शारीरिक गतिविधियों से बच्चों में सामाजिक कौशल का विकास होता है। उनमें टीमवर्क, संचार और नेतृत्व जैसे गुणों का विकास होता है।
(4) संज्ञानात्मक विकास - खेल और शारीरिक गतिविधियों से शैक्षिक प्रदर्शन में सुधार तथा ध्यान व स्मृति को बढ़ाने में मदद मिलती है।
(5) स्वस्थ आदतें - खेल और शारीरिक गतिविधियों से बालकों में स्वस्थ आदतों के विकास में मदद मिलती है जिससे वह एक जिम्मेदार नागरिक बन पाते हैं।
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