बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 संस्कृत बीए सेमेस्टर-4 संस्कृतसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 संस्कृत - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 8
अपठित गद्यांश अथवा पद्यांश
पर आधारित प्रश्नोत्तर
जो पहले पढ़ा नहीं गया है, उसे अपठित कहते हैं। अ + पठित = नहीं पढ़ा हुआ। अपठित में दो प्रकार के लेख होते हैं - गद्य एवं पद्य।" छंद और लय से रहित. विचार प्रधान तथा व्याकरण सम्मत वाक्यों में निबद्ध रचना को 'गद्य' कहते हैं।"
सामान्य बोलचाल की शैली में गद्य ही प्रयुक्त होता है। छंद अथवा लय में निबद्ध भाव एवं कल्पना प्रधान रचना या लेख पद्य कहलाती है। अपठित लेख गद्य तथा पद्य दोनों को ही दो-तीन बार पढ़कर उसके भाव अच्छी तरह समझा जाता है। प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में अपनी भाषा में तथा छोटे-छोटे वाक्यों में दें। प्रश्नों के उत्तर गद्यांश अथवा पद्यांश के आधार पर ही दिया जाता है। अपठित लेख में यदि शीर्षक लिखने को कहा जाये तो शीर्षक को मूल भाव के आधार पर ही लिखा जाता है।
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