बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 समाजशास्त्र बीए सेमेस्टर-4 समाजशास्त्रसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 समाजशास्त्र - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 5
साइबर अपराध
(Cyber Crime)
वर्तमान युग कम्प्यूटर का युग है। आज अधिकांश कार्य कम्प्यूटर के माध्यम से सम्पन्न किये - जाते हैं। विशेषकर 'इंटरनेट' ने आज सम्पूर्ण विश्व को एक सूत्र में पिरो दिया है। जो अपराध इन्टरनेट पर किए जाते हैं, वे साइबर अपराध की श्रेणी में रखे जाते हैं। भारत के लिए यह एक नया अपराध है, जबकि विश्व में साइबर अपराध के मामले दिन-प्रतिदिन देखने को मिलते है। साइबर अपराध के प्रमुख मामले निम्न प्रकार हैं क्रेडिट कार्ड से धोखाधड़ी, यौन अपराध, इन्टरनेट साइट को समाप्त करना इत्यादि।
वर्तमान समय में क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी का प्रमुख माध्यम बने हुए हैं। आज बड़े-बड़े व्यापारी ऐसे क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ही अपने व्यापार का संचालन करते हैं। आज अनेकों मामले प्रकाश में आते हैं, कि किसी एक व्यक्ति का क्रेडिट कार्ड चुराकर और उसका कोड नम्बर चोरी करके कम्प्यूटर के माध्यम से उसका पैसा चोरी कर करते हैं और एक-दूसरे से मेल-मुलाकात बढ़ने पर वे आकर्षण युक्त होकर यौन अपराध को दुनिया में आगे बढ़ जाते हैं। यह एक विशेष प्रकार का साइबर अपराध है। इसमें एक व्यक्ति इण्टरनेट पर बैठकर इण्टरनेट का दुरुपयोग करता है और व्यक्तिगत साइटों का तहस-नहस करके या अपने उपयोग के लिए इन साइटों का प्रयोग कर अपराध करता है। इन अपराधों के अतिरिक्त कुछ अन्य साइबर अपराध है जो कि निम्नलिखित हैं-
(i) दूसरों के खातों से पैसा गमन करना।
(ii) इण्टरनेट पर आए मनी ऑडरों को चुरा लेना
(iii) आयात-निर्यात के क्षेत्र में झूठे सौदे करना तथा
(iv) अश्लील फिल्मों को देखकर यौन अपराध के प्रति उत्साहित होना आदि।
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