प्राचीन भारतीय और पुरातत्व इतिहास >> बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- भास की कृति "स्वप्नवासवदत्ता" पर एक लेख लिखिए।
उत्तर-
संस्कृत नाटककारों में भास का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वह कालिदास के पूर्ववर्ती हैं। भास के समय के विषय में मतभेद हैं। विद्वानों ने ईसा पूर्व चौथी शताब्दी से लेकर सातवीं शताब्दी ईस्वी तक की तिथियाँ भास के लिए प्रस्तावित की हैं। सम्भवतः उनका आविर्भाव ईसा पूर्व पाँचवीं चौथी शताब्दी में हुआ था।
भास संस्कृत साहित्य के प्रकाण्ड विद्वान थे। भास को भारतीय नाटकों का प्रथम रचयिता माना जाता है। भास ने तेरह नाटकों की रचना की थी जिनमें 'स्वप्नवासवदत्तम' इनकी सर्वश्रेष्ठ रचना थी। 'स्वप्नवासवदत्तम' नाटक में नाटक की नाटकीयता है तो एक ओर रस मज्जलू समावेश भी मिलता है। यह रचना महाकवि भास की उच्च तकनीकी एवं उनके रचना कौशल का दर्पण है। इस रचना में नाटकीयता ग्रन्थ के आगे बढ़ने के साथ-साथ आगे बढ़ जाती है। इस नाटक की कथावस्तु ऐतिहासिक है। इस रचना, की भाषा शैली मधुर तथा सुग्राह्य है।
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