प्राचीन भारतीय और पुरातत्व इतिहास >> बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में आप क्या जानते हैं?
उत्तर-
इतिहास का विभाजन प्रागैतिहास, आद्य इतिहास तथा इतिहास तीन भागों में लिया गया है। प्रागैतिहास से तात्पर्य उस काल से है जब मनुष्य ने लिपि अथवा लेखन कला का विकास नहीं किया था। मानव सभ्यता के आदि काल को पाषाण काल कहते हैं क्योंकि इसमें मनुष्य का जीवन पाषाण निर्मित उपकरणों पर निर्भर करता था । प्रागैतिहासिक काल की परिधि में सभी पाषाणयुगीन सभ्यताएँ आती हैं। लिपि के स्पष्ट प्रमाण सिन्धु सभ्यता में मिल जाते हैं किन्तु उसका वाचन अभी तक सम्भव नहीं हो पाया है। वैदिक काल में शिक्षा सभ्यता को सूचित करने के लिए प्रागैतिहास के स्थान पर 'आद्य इतिहास' शब्द का प्रयोग किया जाता है। इसके अन्तर्गत वे धातुकालीन सभ्यताएँ आती हैं जिनके विषय में लिखित प्रमाणों से प्रकाश नहीं पड़ता। जिस काल का इतिहास लिखित साक्ष्यों से पता चलता है उसे ऐतिहासिक काल कहते हैं। भारतीय सन्दर्भ में यह काल ईसा पूर्व छठी शताब्दी से प्रारम्भ होता है।
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