बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सामान्यीकृत चिन्ता विकृति क्या है?
उत्तर-
सामान्यीकृत चिन्ता विकृति ( Generalized Anxiety Disorder or GAD) एक ऐसी चिन्ता विकृति है जिसमें रोगी लम्बे समय से अवास्तविक या अत्यधिक चिन्ता से परेशान रहता है, इसे स्वतन्त्र - प्रवाही चिंता (Free - Floating Anxiety) भी कहते हैं। इससे ग्रसित व्यक्ति हमेशा, तनाव, चिन्ता एवं बिखरित अवास्तविकता की दुनियाँ में रहता है। DSM-IV के अनुसार अगर अत्यधिक एवं अवास्तविक चिंता कम से कम छह महीने रही हों तो उसे सामान्यीकृत चिंता विकृति की श्रेणी में रखेंगे।
इस विकृति के कई नैदानिक लक्षण हैं, जैसे सांवेगिक रूप से बैचेनी, तनाव, सतर्कता, हैरानी आदि। वह जैसे हृदय घातक मर जाने आदि बातों के बारे में सोच-सोचकर काफी परेशान रहता है। उसे यह लगता रहता है कि कुछ बुरा होने वाला है पर वह यह नहीं बता पाता कि क्या बुरा होने वाला है ? इस विकृति के कुछ दैहिक लक्षण भी हैं जैसे, पसीना आना, हृदय गति तीव्र होना, पेट में गड़बड़ होना, हाथ-पैर काफी ठंडे होना, सिर का उड़ा-उड़ा होना। GAD से ग्रसित व्यक्ति चिड़चिड़ापन, एकाग्रता में कमी, अनिद्रा की समस्या से भी ग्रसित रहते हैं।
|