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बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न - मद्यपान के लिए मनोवैज्ञानिक उपचार को किस प्रकार किया जा सकता है? अपने विचार प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर-
मद्यपान के उपचार के लिए कुछ मनोवैज्ञानिक विधियाँ उपयोग की जाती हैं। वैयक्तिक मनश्चिकित्सा का उपयोग इसमें कभी-कभी किया जाता है क्योंकि यह उतना प्रभावी नहीं होता है। मद्यपान की चिकित्सा में मनश्चिकित्सा के उन प्रारूपों पर अधिक बल डाला जाता है जिसमें सामूहिक चिकित्सा का प्रारूप हो। अतः मनोवैज्ञानिक उपचार में तीन तरह की प्रविधियाँ अधिक लोकप्रिय है -
(1) सामूहिक चिकित्सा, जिसमें मद्यपान व्यसनी के परिवार के सदस्यों या फिर अपरिचित व्यसनी का एक समूह बनाकर चिकित्सा प्रदान की जाती है ।
(2) व्यवहारात्मक चिकित्सा के कई प्रकार हैं जिनका उपयोग मद्यपान व्यसनी के उपचार हेतु किया जाता है। इनमें विरुचि अनुबन्धन, अस्पष्ट संवेदीकरण तथा कौशल प्रशिक्षण प्रविधि जो एक तरह का संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा है, प्रधान है।
(3) एल्कोहलिक एनसेनिमस - मद्यपान को कम करने या नियंत्रित करने का एक व्यवहारिक उपागम है। AA समूह की स्थापना 1935 में डॉ. बॉब तथा बिल डब्लू द्वारा की गयी।
AA की मुख्य दो मान्यताएँ होती हैं-
(i) यदि व्यक्ति एक बार मद्यसार पीना शुरू कर दे, तो वह हमेशा पीयेगा।
(ii) बिना विशेष मदद के कोई भी व्यक्ति शराब पीना बन्द नहीं कर सकता है।
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