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बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 वित्तीय लेखांकन बीकाम सेमेस्टर-2 वित्तीय लेखांकनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 वित्तीय लेखांकन - सरल प्रश्नोत्तर
महत्त्वपूर्ण तथ्य
सामान्य एवं असामान्य माल
वह माल जो सामान्य मूल्य पर नहीं बिक सकता, असाधारण माल कहलाता है। इसका कारण, अप्रचलित हो जाना या किसी अन्य कारण से दोषपूर्ण हो जाना, हो सकता है।
इन्हें कम बिकने वाला माल (Low Selling Goods) भी कहा जा सकता है। व्यापारी वर्ग प्रायः ऐसे माल के रहतिये का मूल्य लागत से कम करके दिखाते हैं।
मूर्त स्थायी सम्पत्तियों की हानि के दावे की गणना
यदि व्यापारी ने अपनी मूर्त सम्पत्तियों, जैसे - व्यापारिक भवन, मशीन तथा फर्नीचर आदि का भी बीमा कराया है, तो आग लग जाने से इनमें जी हानि हुई है उसके दावे की गणना भी उसी प्रकार की जाती है जिस प्रकार रहतिये की हानि की जाती है।
यदि पॉलिसी की धनराशि, स्थाई सम्पत्तियों के पुस्तक मूल्य से कम है, तो बीमा दावे की धनराशि तय करने के लिये औसत वाक्य (Average clause) का प्रयोग करना होगा।
औसत वाक्य
सामान्यतः अग्नि बीमा पॉलिसी में औसत वाक्य का प्रयोग होता है जिसका अर्थ होता है कि यदि स्थायी सम्पत्ति के मूल्य से कम राशि का बीमा कराया गया हो तो व्यवसायी को हुई वास्तविक हानि की पूर्ति नहीं की जायेगी बल्कि हानि की राशि का बीमा स्वीकार किया जायेगा। पॉलिसी में औसत वाक्य इसलिये लिखा जाता है कि सम्पत्ति स्वामी सम्पत्ति के वास्तविक मूल्य से कम का बीमा न कराये। यदि वह कम राशि का बीमा कराता है तो इसका अर्थ यह है कि सम्पत्ति के कुछ भाग का बीमा व्यवसायी स्वयं सहन करेगा।
आग लगने से हो वाली परिणामी हानियाँ
लाभ की हानि - कुछ समय तक व्यवसाय पूर्णतः बन्द रहने के कारण बिक्री न होने से जो लाभ हो सकता था उसके न होने की हानि ।
स्थायी व्ययों का भुगतान - यद्यपि व्यवसाय कुछ समय तक बन्द रहता है फिर भी कुछ व्यय ऐसे होते हैं जिनका भुगतान व्यवसायी को करना पड़ता है जैसे कर्मचारियों का वेतन, भवन का किराया, अपने भवन के स्थानीय कर, टेलीफोन बिल, स्टेशनरी, डाक व्यय आदि का भुगतान। इन व्ययों के कारण हुई हानि भी परिणामी हानि में सम्मिलित की जाती है।
अतिरिक्त संचालन व्यय - व्यवसाय को सामान्य स्थिति में लाने के लिये कभी-कभी व्यवसायी को कुछ अतिरिक्त व्यय भी करने पड़ते हैं जैसे व्यवसायिक भवन का रंग-रोगन कराना, अस्थायी रूप से व्यवसाय आरम्भ करने के लिये कोई अन्य भवन किराये पर लेना, आदि।
अनुवर्ती हानि की बीमा पालिसी में उपरोक्त तीनों प्रकार की हानियों को सम्मिलित किया जाता है और बीमा दावे में इन सभी हानियों को स्वीकार किया जाता है।
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