बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 वित्तीय लेखांकन बीकाम सेमेस्टर-2 वित्तीय लेखांकनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 वित्तीय लेखांकन - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 6 जर्नल तथा जर्नल का उप-विभाजन
(Journal and Sub-Division of Journal)
जर्नल या रोजनामचा व्यापारिक लेन-देनों का लेखा करने की वह पुस्तक है जिसमें लेन-देनों को तिथिवार, क्रमवार और दोहरे लेखे की प्रणाली के सिद्धान्तों के अनुसार लिखा जाता है। जर्नल में नियमानुसार लेखा करने की क्रिया को प्रविष्टि कहते हैं। जर्नल में लेखा स्मरण बही की सहायता से किया जाता है। जहाँ स्मरण बही का प्रयोग नहीं होता है वहाँ व्यापारिक सौदों की प्रविष्टियाँ सीधे ही रोजनामचे या जर्नल में की जाती हैं। रोजनामचे को अंग्रेजी में Journal कहते हैं जिसकी उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के Jour शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है डायरी | इसलिये जर्नल को दैनिन्दिनी भी कहते हैं।
रोजनामचे में व्यापारिक लेन-देन के दोनों रूपों का तिथिवार, क्रमवार तथा नियमानुसार लेखा किया जाता है। इससे यह पता चलता है कि सौदे के दोनों खातों में से कौन-सा खाता ऋणी (डेबिट) हुआ है और कौन-सा खाता धनी (क्रेडिट) हुआ हैं। नीचे कोष्ठक में लेन-देन की व्याख्या या संक्षिप्त विवरण दिया जाता है। जर्नल को दोहरा लेखा प्रणाली का आधार कहा जाता है।
जर्नल के खानों का स्पष्टीकरण
(1) तिथि (Date) - जर्नल में पहला कालम तिथि का होता है। इसमें व्यापारिक सौदे की तिथि लिखी जाती है। इसके लिये इस कालम में सबसे ऊपर वर्ष, उसके नीचे माह का नाम और माह के नाम के आगे तिथि लिखते हैं।
(2) विवरण (Particulars) - जर्नल का दूसरा खाना विवरण का होता है। इसमें व्यापारिक सौदे का विवरण लिखा जाता है अर्थात् पहली पंक्ति में उस खाते का नाम लिखते हैं जिसे ऋणी या डेबिट किया जाता है और दूसरी पंक्ति में उस खाते का नाम लिखते हैं जिसे क्रेडिट किया जाता है। धनी होने वाले खाते के आगे 'का' शब्द का प्रयोग होता है। अंग्रेजी में दूसरी पंक्ति में खाते से पहले To शब्द का प्रयोग किया जाता है।
(3) खाता पृष्ठ संख्या (Ledger Folio or L. F.) – जर्नल का तीसरा खाना खाता पृष्ठ संख्या (L. F.) का होता है। इसमें खाता बही के उस पृष्ठ की संख्या लिखी जाती है जिस पृष्ठ पर इस लेखे के खाते की खतौनी की गई है।
(4) धनराशि ऋणी ( Amount Dr.) - जर्नल के चौथे खाने में ऋणी या डेबिट किये जाने वाले खाते की रकम सम्बन्धित खाते की पंक्ति के सामने लिखते हैं।
(5) धनराशि धनी (Amount Cr.) - जर्नल का पाँचवाँ कालम धनराशि धनी का होता है। इस खाने में धनी या क्रेडिट किये जाने वाले खाते की रकम सम्बन्धित खाते की पंक्ति के सामने लिखते हैं।
नोट- किसी व्यक्ति विशेष या फर्म विशेष के नाम के आगे खाता या (A/c) शब्द का प्रयोग नहीं होता है।
व्याख्या (Narration) - जर्नल में प्रत्येक लेन-देन का लेखा करने के बाद विवरण के कालम में लेखे के नीचे कोष्ठक में लेन-देन का संक्षिप्त विवरण लिखा जाता है जिसे व्याख्या कहते हैं। इसी व्याख्या से खातों की सत्यता जानी जा सकती है कि कौन-सा खाता ऋणी (Dr.) हुआ है और कौन-सा खाता धनी (Cr.) हुआ है।
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