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बीए बीएससी बीकाम सेमेस्टर-2 प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2730
आईएसबीएन :0

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बीए बीएससी बीकाम सेमेस्टर-2 प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य - सरल प्रश्नोत्तर


महत्वपूर्ण तथ्य

मानव तंत्रिका तंत्र के मुख्यतः दो भाग होते हैं-

(1) केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र तथा
(2) परिधीय

केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र की रचना मस्तिष्क तथा रीढ़ रज्जु - (Spinal Cord) से मिलकर होतीं है।

परिधीय तंत्रिका तंत्र नर्वस (Nerver) से होती है जो शरीर के विभिन्न भागों में फैली होती है।

मानव मस्तिष्क का भार औसतन 3 पौण्ड होता है।

रीढ़ रज्जु की लम्बाई लगभग 18 इंच और मोटाई 1.5 इंच होती है।

बालक के जन्म के बाद तंत्रिका ऊतक में कोई कोशिका विभाजन नहीं होता।

मानव मस्तिष्क के तीन भाग होते हैं- अग्र, मध्य एवं पश्च मस्तिष्क।

अग्र मस्तिष्क तीन भागों - सेरीब्रम, थैलमस तथा हाइपोथैलमस से मिलकर बना होता है।

सेरीब्रम का स्मृति, ज्ञान, इच्छाशक्ति तथा सोच-विचार के कार्यों से सम्बद्ध है।

बेहोशी या मूर्छित होने की दशा वह होती है जब कोई व्यक्ति अन्य व्यक्ति की क्रियाओं का प्रत्युत्तर नहीं दे पाता। इसे चिकित्सकं लोग प्रायः कोमा में जाना कहते हैं।

बेहोशी या मूर्छित होने का मुख्य कारण शरीर में पानी की कमी का होना, निम्न रक्त शुगर या अस्थायी रूप से रक्त चाप का कम होना होता है। यह हृदय और तंत्रिका तंत्र में गंभीर समस्या उत्पन्न होने से भी हो सकता है।

स्टोक या पक्षाघात तब लगता है जब अचानक मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त की आपूर्ति रूक जाती है या मस्तिष्क की कोई वाहिका फट जाती है जिससे आस-पास की जगह रक्त भर जाता है।

ठण्डी, गर्मी तथा दर्द का नियंत्रण थैलमस करता है।

रक्त चाप का नियंत्रण हाइपोथैलमस करता है। .

भूख प्यास तथा हार्मोन के स्राव का नियंत्रण भी हाइपोथैलमस द्वारा किया जाता है।

मध्य मस्तिष्क सुनवाई तथा दृष्टि कार्य का नियमन करता है।

एक ऐसी स्थिति जिसमें दिमाग के सामान्य कार्य में असंतुलन आ जाने के कारण शरीर की तंत्रिकाओं से दिमाग में गलत संदेश चला जाता है जिसके कारण व्यक्ति असामान्य व्यवहार करने लगता है. मिर्गी आने की दशा कहलाती है।

दौरे आना, गिरना, हिलना, शरीर में झटके आना, मुँह से झाग निकलना और अन्ततः बेहोश हो जाना मिर्गी आने के सामान्य लक्षण हैं।

आनुवांशिकता, सिर पर गहरी चोट, दिमाग में ट्यूमर का होना, आक्सीजन की कमी, विकास प्रक्रिया में विकार आदि मिर्गी रोग के कारण हैं।

मिर्गी की जाँच Video eeg तकनीक से की जाती है।

मानव शरीर मुद्रा का प्रबंधन सेरीबैलम द्वारा किया जाता है।

मानव रीढ़ की हड्डी तथा मस्तिष्क के बीच सेतु का कार्य पोंस द्वारा किया जाता है।

श्वसन तथा हृदयगति का नियमन मेड्यूला द्वारा किया जाता है।

खांसी तथा छींक का नियमन भी मेड्यूला द्वारा किया जाता है।

तंत्रिका तंत्र का प्राथमिक कार्य संकेतों को या तो एक कोशिका से दूसरी कोशिका में या शरीर के एक अंग से दूसरे अंग को भेजना है।

सिंगलिंग का प्रसारण अन्तःस्रावी तंत्र के माध्यम से किया जाता है।

सिंगलिंग बिन्दु से बिन्दु किया जाता है।

मानव शरीर में तंत्रिका रोग आनुवांशिक दोष, दर्दनाक अनुभवों, संक्रमण या उम्र बढ़ने के कारण होते हैं।

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