लोगों की राय

बी ए - एम ए >> बीए बीएससी बीकाम सेमेस्टर-2 प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

बीए बीएससी बीकाम सेमेस्टर-2 प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2730
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बीए बीएससी बीकाम सेमेस्टर-2 प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य - सरल प्रश्नोत्तर


महत्वपूर्ण तथ्य

घाव ऐसी चोट है जो शरीर की चमडी या ऊतकों को तोड़ देता है।

घाव में कट, स्क्रैप स्क्रैचेज या त्वचा का पंचर हो जाना शामिल है।

खुले तथा बंद घावों के बीच अन्तर होता है।

खुले घाव वे होते हैं जिनमें शरीर की सुरक्षात्मक सतह जैसे कि त्वचा अथवा श्लेष्मा झिल्ली टूट जाती है जिससे धूल, मिट्टी, जीवाणु, विषाणु आदि उसमें प्रवेश कर शरीर को संक्रमित कर सकते हैं। परन्तु बंद घावों में ऐसा नहीं होता क्योंकि इसमें चोट का स्थान कटा-फटा नहीं होता है। अतः यह धूल, मिट्टी, जीवाणु आदि के सम्पर्क में नहीं आता। अतः ऐसे घाव इनके हस्तक्षेप के बिना आसानी से ठीक हो जाता है।

इस प्रकार से चोट एक सामान्य शब्द है जो दुर्घटनाओं, गिरने, प्रहारों, हथियारों आदि से शरीर को होने वाले नुकसान को संदर्भित करता है।

चोट के विपरीत घाव ऐसी चोटे हैं जो त्वचा या शरीर के अन्य ऊतकों को तोड़ देती है।

कट, चोट, छिद्रित त्वचा आदि घाव के उदाहरण हैं।

सर्जरी तथा इसमें लगने वाले टांके भी घाव के उदाहरण हैं और इनमें भी प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

जानवरों का काटना, बर्न्स, विस्थापन, बिजली पंखों से लगने वाली चोटें अस्थि भंग, मोच और तनाव अन्य प्रकार की चोटें हैं।

चोटें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष भी हो सकती हैं।

अप्रत्यक्ष चोटें सामान्य रूप से मुड़ने के परिणामस्वरूप होती हैं।

सीधे प्रहार से लगी चोट की मात्रा प्रहार के बल तथा उसकी दिशा पर निर्भर करती है। प्रहार में अधिक ताकत से क्षति का परिणाम और घातक हो जाता है।

सर्जिकल आपरेशन भी घाव की श्रेणी में आता है।

घाव कई प्रकार के हो सकते हैं यथा गैर मर्मज्ञ घाव, मर्मज्ञ घाव।

खरोंच, लैकरेशन्स, चोटें, मस्तिष्क घात आदि गैर मर्मज्ञ घाव के उदाहरण हैं।

मर्मज्ञ घाव आघात के परिणाम होते हैं यथा भौंकने के जख्म, सर्जिकल घाव |

घावों को साफ या दूषित होने के आधार पर भी वर्गीकृत किया गया है।

साफ घाव वे होते हैं जिनमें कोई बाहरी तत्व यथा धूल, मिट्टी, जीवाणु आदि प्रवेश न कर सकें।

दूषित घाव संक्रमित घाव होते हैं जिनमें धूल, मिट्टी, जीवाणु आदि प्रवेश कर जाते हैं।

घाव आन्तरिक या बाहरी भी हो सकते हैं।

आन्तरिक घाव खराब परिसंचरण तंत्र, तंत्रिका तंत्र, आक्सीजन की आपूर्ति की कमी आदि के कारण हो सकते हैं।

घाव प्रेशर इंजरी के परिणामस्वरूप भी हो सकते हैं जैसे बेंड सोर, प्रेशर सोर या डीक्यूविट्स अल्सर आदि।

अवलसन एक गंभीर चोट है जो अनियंत्रित रक्त स्त्राव के कारण जानलेवा साबित हो सकती है।

अवलसन प्रायः गंभीर आघात के परिणामस्वरूप होती है यथा कार या बाइक की दुर्घटना, विस्फोट या बंदूक की गोली।

लैकरेशन त्वचा में कट, स्लाइस के रूप में चाकू या टूटे कांच के नुकीले भागों से होते हैं।

पंचर प्रकार का घाव तब होता है जब किसी भी प्रकार की नुकीली वस्तु यथा कील, भाला आदि शरीर में प्रवेश कर जाये।

प्रत्येक प्रकार के घाव का एक अलग दृष्टिकोण और उपचार का तरीका होता है।

मामूली घावों का उपचार एक प्राथमिक चिकित्सक द्वारा किया जा सकता है परन्तु घाव पर संक्रमण के लक्षण दिखायी दें तो ऐसे घाव की चिकित्सा विशेषज्ञ चिकित्सक से करवाने की आवश्यकता होती है।

संक्रमण से बचाव के लिए घाव वाली जगह को साबुन तथा पानी से धोकर अच्छी तरह से धोकर संक्रमण होने या बढ़ने से बचाया जा सकता है।

रक्त प्रवाह को रोकने के लिए घाव को ऊपर उठाकर रक्त स्त्राव को रोकने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर दबाव डालने से भी रक्त स्राव को रोका जा सकता है।

रक्त स्त्राव कम हो जाने पर स्टेराइल ड्रेसिंग का प्रयोग किया जाना चाहिए। फिर इसे सूखने का पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए। औसतन चार से पाँच दिन में ऐसे घाव सूख जाते हैं।

घाव वाले स्थान पर दर्द महसूस होने पर एसिटामिनो फोन का प्रयोग करने से सामान्यतः राहत मिल जाती है।

यदि दुर्घटना भयानक हो और किसी के सिर आदि अंग से रक्त स्राव न रूक रहा हो तो आपात ऐम्बुलेंस के लिए काल करके घायल को तुरन्त अस्पताल पहुँचाना चाहिए।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book