बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 शारीरिक शिक्षा - खेल संगठन एवं प्रबन्धन बीए सेमेस्टर-2 शारीरिक शिक्षा - खेल संगठन एवं प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 शारीरिक शिक्षा - खेल संगठन एवं प्रबन्धन - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में पर्यवेक्षण की प्रकृति का वर्णन कीजिये।
उत्तर -
शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षण एवं प्रशिक्षण से सम्बन्धित निम्नस्तरीय एवं उच्चस्तरीय संस्थाओं द्वारा उद्देश्य प्राप्ति के दृष्टिकोण से पर्यवेक्षण का प्रयोग किया जाता है, जिनमें कुछ के सन्दर्भ में उल्लेख निम्न प्रकार हैं-
(1) वर्तमान में पर्यवेक्षण की आवश्यकता - शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में क्या वास्तव में पर्यवेक्षण की आवश्यकता है या नहीं और यदि है तो क्यों एवं इसका पूर्ण रूप से स्पष्टीकरण किया जाय तो स्पष्ट प्रतीत होता है कि कुछ संस्थाओं द्वारा वर्तमान आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर पर्यवेक्षण का प्रयोग किया जाता है। वर्तमान में इससे भविष्य प्रभावित होता है।
(2) शारीरिक शिक्षा के विकास के लिए - इस विषय के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा समय-समय पर पर्यवेक्षण का प्रयोग किया जाता है जिससे कि सही समय पर विषय सम्बन्धी विकास करके अन्य लोगों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया जा सके। शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षण, प्रशिक्षण उन्नति सम्बन्धी विशेष ज्ञान आदि के विकास के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
(3) शारीरिक शिक्षा में शोध एक नया पहलू - शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में शोध कार्य प्रारम्भ हुए हैं। यह तो सर्वविदित है कि विषय नवीन है, विषय की प्रगति के लिए शोध कार्य प्रारम्भ हुए हैं, और शोध कार्य से सम्बन्धित समस्याओं के समाधान के लिए समय-समय पर पर्यवेक्षण का प्रयोग किया जाता है। इसके द्वारा समस्या का समाधान होता है, नये रास्ते पर नये कार्य के लिए व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से प्रेरित होता है।
(4) पर्यवेक्षण की बदलती अवधारणा - विषय की विभिन्नता एवं विषय में परिवर्तनशीलता के कारण कभी-कभी पर्यवेक्षण के विभिन्न स्वरूपों का उल्लेख किया जाता है। विषय के सन्दर्भ में भी व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से आम जनता एवं विशेषज्ञों का जो एक विचार जागृत होता है, उसे पर्यवेक्षण के द्वारा नियन्त्रित किया जाता है।
(5) शारीरिक शिक्षा में प्रशासन - प्रशासन से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार के कार्यों को नियन्त्रित एवं सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक प्रशासक को पर्यवेक्षण का आश्रय लेना पड़ता है। पर्यवेक्षण से प्रशासन की वास्तविकता का पता लगता है एवं इसके आधार पर एक प्रशासक अपने उद्देश्य की प्राप्ति करता है।
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