बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्व बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्वसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- कलाकार के लिए अन्तराल का क्या महत्व है?
अथवा
किसी भी संयोजन में धरातल विभाजन का क्या महत्व है?
अथवा
अन्तराल का महत्व बताते हुए उसकी परिभाषा लिखिए।
अथवा
अन्तराल का चित्र में क्या महत्व हैं?
अथवा
अन्तराल किसे कहते हैं?
उत्तर -
अन्तराल से आशय एवं महत्व
चित्र के तत्वों में अन्तराल वह तत्व है जो रूप का आधार है। अन्तराल के अभाव में संयोजन की कल्पना भी असम्भव है। विचारों को मूर्त रूप देने के लिए किसी वाह्य धरातल की आवश्यकता होती है, यह धरातल ही धरातल होता है। रचनाकार इस अन्तराल में, जो स्वयं द्विआयामी होता है, त्रिआयामी वस्तुओं के निरूपण की सुविधा प्रदान करता है और इस क्रम में अन्तराल स्वतः ही विभाजित भी हो जाता है। रचनाकार इस विभाजित अन्तराल के अनुसार रूपाकारों को इस पर संयोजित करते समय इच्छित प्रभाव को प्राप्त करना चाहता है। इससे अन्तराल का महत्व और बढ़ जाता है।
यदि देखा जाये तो प्रत्येक कलाकृति रूपाकारों के अन्तराल में संयोजित होने से प्राप्त स्थिति में है। अतः इस संयोजन को विविध प्रकार से बनाने से भिन्न-भिन्न शैलियाँ विकसित होंती है। अतः किसी भी काल में हम अन्तराल के महत्व को कम नहीं कर सकते है। पूर्वीय व पाश्चात्य (Eastern and western) देशों की कलाओं में उपलब्ध रचनाओं के अध्ययन से यह तथ्य स्पष्ट हो जाता है। इस प्रकार अन्तराल ही रचना में वह तत्व है, जो रचनाकार को सबसे अधिक विचारणीय स्थिति प्रदान करता है और उसे महत्वपूर्ण बनाता है।
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