बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्व बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्वसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- VIBGYOR क्या है?
उत्तर -
VIBGYOR
वर्ण बोध में तरंग गति का अपना महत्व है। प्रत्येक वर्ण की तरंग की अपनी निश्चित लम्बाई होती है और जितनी अधिक लम्बाई होती है उतनी ही उसकी चाल शीघ्र होती है। सूर्य की किरणों में सात चाक्षुक वर्ण VIBGYOR जिन्हें हम प्रिज्म की सहायता से देख सकते है विभिन्न अनुपातों में मिलाकर सफेद रंग बनाते है। इस वर्णक्रम में बैंगनी (Violet), नील (Indigo), नीला (Blue), हरा (Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange) तथा लाल (Red) ये सात रंग होते है।

इस प्रकार वर्ण वस्तु का गुण नहीं है। इसका मूल कारण सूर्य का सतरंगी प्रकाश है। उदाहरण के लिए जब कोई वस्तु हमें पीले रंग की दिखती है तो इसका तात्पर्य है कि जब उस वस्तु में प्रकाश के सात वर्णों में से पीले रंग को परिवर्तित करने की विशेषता है। यह पदार्थ का स्थानीय रंग (Local colour) कहलाता है। शेष वर्ण को वह वस्तु आत्मसात कर लेती है। इसी आधार पर सभी किरणों को समाहित करने वाले पदार्थ काले (Black) तथा सभी को परावर्तित करने वाले पदार्थ सफेद (White) प्रतीत होते है।
इस प्रकार रंग प्रकाश तथा वस्तु की स्थिति व दर्शक की ग्राह्य स्थिति पर निर्भर करता है। रंग कला की आत्मा है, फूलों में खुशबू।
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