बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्व बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्वसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- गति का महत्व बताइये।
उत्तर -
गति का महत्व
गति का महत्व न केवल मनुष्य के जीवन में है अपितु वह कलाओं के अन्तर्गत भी अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती है। दृश्य कलाओं के साथ-साथ संगीत व काव्य, नृत्य इत्यादि में उसकी उपस्थिति सर्वमान्य है। रूपप्रद कलाओं का तो यह एक प्रमुख सिद्धान्त है गति चित्र में क्रमबद्धता के माध्यम से रचना की विषय-वस्तु को सामने लाती है। भारतीय चित्रकला में "रेखीय लयात्मकता" पर विशेष बल दिया गया है। शास्त्रीय कलाओं के अर्न्तगत इसे विशेष महत्व दिया गया है। अजन्ता की महान चित्रावली इसका साक्षात उदाहरण प्रस्तुत करती है। लयात्मक व गतिपूर्ण रचनायें मानसिक तनाव को दूर करती हैं। संगीत की लयात्मकता, नदी की लहरों का प्रवाह और उसकी गति, पक्षियों की उड़ान जिस प्रकार मन मस्तिष्क को शान्ति प्रदान करते है उसी प्रकार लय-पूर्ण गतियुक्त कलाकृतियाँ भी प्रेक्षक को मानसिक शान्ति प्रदान करती है व उसकी अनुभूति सुखद होती है।
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