बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 संस्कृत : संस्कृत गद्य साहित्य, अनुवाद एवं संगणक अनुप्रयोग बीए सेमेस्टर-2 संस्कृत : संस्कृत गद्य साहित्य, अनुवाद एवं संगणक अनुप्रयोगसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 संस्कृत - संस्कृत गद्य साहित्य, अनुवाद एवं संगणक अनुप्रयोग - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 6
कम्प्यूटर का सामान्य परिचय, संस्कृत की दृष्टि से
कम्प्यूटर की उपयोगिता एवं विभिन्न सॉफ्टवेयर
कम्प्यूटर डाटा को स्वीकार करके कुछ निश्चित प्रक्रिया करता है तथा क्रमबद्ध रूप में परिणामों को पेश करता है। कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। कम्प्यूटर का मूल कार्य प्रोग्राम या निष्पादन करना होता है। कम्प्यूटर सिस्टम में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर यूजर, प्रसंस्करण, तथा डाटा सूचनाएँ आती हैं। कम्प्यूटर के प्रमुख लक्ष्यों में तीव्र गति भण्डारण, शुद्धता, स्वचालन, वैज्ञानिक उपागम तथा बहु-उपयोगिता शामिल है। कम्प्यूटर को उपयोग अथवा आकार के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। एनालॉग कम्प्यूटर, डिजिटल कम्प्यूटर तथा हाइब्रिड कम्प्यूटर उपयोग पर आधारित कम्प्यूटर हैं जबकि माइक्रो कम्प्यूटर, मिनी कम्प्यूटर, मेनफ्रेम कम्प्यूटर व सुपर कम्प्यूटर आकार के आधार पर वर्गीकृत कम्प्यूटर हैं। प्रोग्रामिंग की बहुत कम जानकारी रखने वाले प्रयोगकर्त्ता द्वारा संचालित करने हेतु तैयार किया गया माइक्रो कम्प्यूटर पर्सनल कम्प्यूटर कहलाता है। पर्सनल कम्प्यूटर से हमारा आशय एक कम्प्यूटर सिस्टम से है जिसे एक व्यक्ति द्वारा एक समय में विभिन्न अनुप्रयोगों हेतु प्रयोग किया जा सकता है। पर्सनल कम्प्यूटर व्यक्तियों, छात्रों, पेशेवरों, व्यवसायों, आदि हेतु उपयोगी है।
कम्प्यूटर का विकास विभिन्न अवस्थाओं में हुआ है तथा प्रत्येक अवस्था का एक भिन्न पीढ़ी जैसे कम्प्यूटरों की प्रथम पीढ़ी (1642-1655) , द्वितीय पीढ़ी (1655-1664) , तृतीय पीढ़ी (1664-1675) चतुर्थ पीढ़ी (1675-1685) तथा पांचवीं पीढ़ी (1686 से अब तक) के रूप में बनाया जाता है।
मॉनीटर, सी पी यू की-बोर्ड, माउस, पंच कार्ड, स्केनर, प्रिन्टर, आदि कम्प्यूटर के प्रमुख अंग हैं।
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