लोगों की राय

बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज

बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :215
मुखपृष्ठ : ई-पुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 2702
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज

प्रश्न- विशेषज्ञों द्वारा जेंडर विश्लेषण हेतु प्रतिपादित ढाँचों का वर्णन कीजिए।

उत्तर-

जेंडर सम्बन्धी असमानता को समझने के लिये विभिन्न जेंडर विशेषज्ञों द्वारा जेंडर विश्लेषण के विभिन्न ढाँचे विकसित किये गए हैं। कुछ का संक्षिप्त वर्णन निम्नलिखित है-

हावर्ड विश्लेषणात्मक ढाँचा और जन-अभिमुख योजना— इसे जेंडर भूमिकाओं के ढाँचे के रूप में भी जाना जाता है। इसका प्रकाशन सन 1985 ई. में हुआ था। इसका विकास यू.एस.ए.आई.डी. (USAID) के WID कार्यालय के साथ मिलकर हावर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल डेवलपमेंट, USAID के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य नीति नियोजकों की मदद करना है जिससे वे दक्ष कार्यक्रमों का अभिप्राय महिलाओं और पुरुषों द्वारा धारण किये जाने वाले उत्पादन संसाधनों के आधार पर— परिवार और समुदाय में महिलाओं और पुरुषों द्वारा किये जाने वाले कार्यों के प्रकार के आधार पर कर सकें। इस ढाँचे के चार घटक हैं— गतिविधि रूपरेखा, पहुँच और नियंत्रण रूपरेखा, प्रभाव डालने वाले कारक और विश्लेषण हेतु आवश्यक सूचनाएँ।

जन-उन्मुख नियोजन ढाँचा - इस ढाँचे का विकास शरणार्थी स्थिति के विश्लेषण के लिये किया गया था ताकि विशेष रणनीतियाँ महिलाओं हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (UNHCRW) के लिये बो ओइस्टस और एम० हावर्ड द्वारा किया गया था। इस ढाँचे का उद्देश्य समुदायों के बीच संसाधनों और सेवाओं के न्यायसंगत (equitable) वितरण को प्रोत्साहित करना है। यह ढाँचा जिन महत्वपूर्ण कारकों पर बहुत बल देता है, वे हैं— परिवर्तन, सहभागिता तथा विश्लेषण का महत्व।

मोजर ढाँचा - इसका विकास लन्दन विश्वविद्यालय के विकास नियोजन इकाई में कैरोलिन मोजर द्वारा जेंडर विश्लेषण के एक उपकरण के तौर पर किया गया था। इसका उद्देश्य विभिन्न स्तरों (राष्ट्रीय, प्रांतीय या क्षेत्रीय) पर एक अलग गतिविधि के रूप में जेंडर योजना को शुरूआत करना था। जेंडर योजना का लक्ष्य जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं के लिये समानता, समता और संरचनात्मकहित करना था (मार्च एट आल, 1999)।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book