बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षा
प्रश्न- शांति शिक्षा में नेल्सन मंडेला का योगदान बताइए।
उत्तर-
शांति शिक्षा में नेल्सन मंडेला का योगदान- मंडेला जी महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों से प्रेरित थे। मंडेला ने भी हिंसा पर आधारित दक्षिणी अफ्रीका के खिलाफ अहिंसा के माध्यम से संघर्ष किया। मंडेला जी भारतीय दृष्टिकोण से विशेष समानता रखते हैं। वस्तुतः नेल्सन मंडेला वैश्विक नेता एवं शांति के दूत थे। 1990 ई. में उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित भी किया जा चुका है। दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन के खिलाफ मंडेला की लड़ाई के भारत में अंग्रेजों के शासन के खिलाफ गांधी जी की लड़ाई से समान समझा जाता है। "सत्य एवं अहिंसा" के लिए गांधीजी की हमेशा प्रशंसा करने वाले मंडेला ने 1993 में दक्षिण अफ्रीका में गांधी स्मारक का अनावरण करते हुए कहा था, गांधी हमारे इतिहास का अभिन्न हिस्सा हैं, क्योंकि उन्होंने वहाँ सबसे पहले सत्य के साथ प्रयोग किया, यहाँ उन्होंने न्याय के लिए अपनी दृढ़ता जताई, यहाँ उन्होंने एक दर्शन एवं संघर्ष के तरीके के रूप में अहिंसा का विकास किया। मंडेला जी की कहानी एक समय मजदूर गुलामी से सत्तारूढ़ पद तक पहुँचने की कहानी है। इस लंबे संघर्ष के दौरान, कठपुतली एवं अफ्रीकी विचारधाराओं से संपर्क में आए, साथ ही उन्होंने नस्लभेद एवं भेदभाव को महत्व दिया, जिससे राजनीति में प्रति उनके झुकाव पैदा हुआ। सन 1952 ई. में ओलिवर टांबो के साथ मिलकर, दशा में परिवर्तन लाने का संघर्ष शुरू किया। सन 1956 में 155 सत्याग्रहियों के साथ मंडेला पर देशद्रोह का मामला चला, किंतु 4 साल तक मुकदमे के बाद उनकें खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हुआ। इस प्रकार से कई बार मंडेला को जेल में डालकर समाजशास्त्र की शिक्षा दी गई। दिसंबर 1993 में मंडेला को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनका योगदान शांति क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अविस्मरणीय है।
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