बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षा
प्रश्न- विश्व शांति के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलुओं को स्पष्ट करते हुए उनमें अंतर कीजिए।
उत्तर -
विश्व शांति के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलू
विश्व शांति हेतु सकारात्मक शांति एवं नकारात्मक शांति के विचार प्राचीनकाल से ही दिए गए हैं। अतः इन्हें सकारात्मक एवं नकारात्मक शांति का जन्म ही हो जाता है। नकारात्मक शांति केवल हिंसा या युद्ध की अनुपस्थिति को दर्शित करती है। संघर्ष विराम के दौरान चलने वाली शांति नकारात्मक शांति का एक अच्छा उदाहरण है।
नकारात्मक शांति की मुख्य विशेषताएँ - हिंसा का अभाव निराशावादी उत्तेजनाओं होती है। नकारात्मक शांति सदैव शांतिपूर्ण साधनों से नहीं होती है। नकारात्मक शांति केवल हिंसा या युद्ध की अनुपस्थिति को दर्शित करती है। प्रायः हिंसक गतिविधियों को समाप्त करने हेतु नकारात्मक शांति के दौरान संघर्षात्मक नीति प्रचलित है। नकारात्मक शांति के किसी भी प्रकार के संघर्ष या हिंसा के प्रति उपयोगिता दृष्टिकोण बनाने के लिए होती है और शांति के साधनों के बिना इस प्रकार की शांति बहाल हो सकती है। इस परिस्थिति में बल या मजबूरी का उपयोग होता है। हमारा समाज हिंसा समूचे समाज में सदैव अविश्वास में रहता है। नकारात्मक शांति कभी-कभी हिंसा या युद्ध का सुझाव भी दे सकती है।
सकारात्मक शांति को सभी के लिए न्याय के रूप में परिभाषित किया गया है। इसका तात्पर्य केवल हिंसा के अनुपस्थिति नहीं है अपितु इसमें सभी के लिए न्याय की उपस्थिति पर अधिकाधिक बल दिया गया है। सकारात्मक शांति स्थिति के संबंधों को प्रदर्शित करती है, जो हिंसा प्रकार के संबंधों से और अधिक प्रभावशाली होते हैं। सकारात्मक शांति को व्यापक रूप से दर्शाया जाता है, जो अधिकतर सकारात्मक शांति, शांति एवं संतुलन के उचित वितरण को संदर्भित करती है, जहाँ सभी व्यक्ति वास्तव में किसी भी प्रत्यक्ष और संरचनात्मक प्रतिरोध के बिना अपनी वास्तविक क्षमता का पता लगा सकते हैं और अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक एवं शांतिपूर्वक प्राप्त कर सकते हैं। यह ऐसे समाज को दर्शाता है जहाँ सभी प्रकार के भेदभाव, असमानता एवं हिंसा अनुपस्थित हैं और समाज सहिष्णु, सहयोग, सहिष्णुता एवं सम्मान के स्तर पर बनाया गया है। सकारात्मक शांति का तात्पर्य यह नहीं है कि असहमति एवं संघर्ष की अनुपस्थिति सदैव बनाए रखी जाए। सकारात्मक एवं नकारात्मक शांति में मुख्य अंतर होते हैं। नकारात्मक शांति में अंतर हुए संघर्ष को नकारात्मक साधनों से पार्टीज़, समूहों या राष्ट्रों के मध्य सुलझाने का आधार पर हल किया जाता है। युद्ध संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति के भागी बनने की प्रक्रिया को पूरा करता होता है। अतः सकारात्मक शांति सामाजिक प्रयासों के माध्यम से सामाजिक समृद्धि प्राप्त करने हेतु एक दूसरे का सहयोग करना होता है।
सकारात्मक एवं नकारात्मक विचार शांति में अंतर-
सकारात्मक शांति | नकारात्मक शांति |
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(1) ऐसी शांति की स्थिति जहाँ प्रत्यक्ष एवं सकारात्मक हिंसा की अनुपस्थिति हो अथवा बहुत कम हो। | (1) इसमें युद्ध की अनुपस्थिति होती है। |
(2) अहिंसक एवं सकारात्मक संघर्ष परिवर्तन होता है। | (2) यह युद्ध की तैयारी का काल भी हो सकता है। |
(3) सकारात्मक शांति एक परिवर्तनकारी एवं रचनात्मक लक्ष्य है क्योंकि यह उत्पीड़न एवं अन्याय को समाप्त करने के लिए समाज के ढांचे को बदलता है। | (3) संघर्ष प्रबंधन एवं संघर्ष संकल्प नकारात्मक शांति होने के लिए होते हैं। |
(4) सकारात्मक शांति एक विकासित समाज की व्यवस्था है। | (4) नकारात्मक विचार शांति एक रूढ़िवादी लक्ष्य होता है क्योंकि इसमें स्थिरता एक समान ही रहती है। |
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