बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन
प्रश्न- नेतृत्व क्या है? नेतृत्व की परिभाषाएँ दीजिए।
अथवा
नेतृत्व की अवधारणा बताइए।
उत्तर -
नेतृत्व नेतृत्व की उत्पति किस प्रकार हुयी, इस सम्बन्ध में कई विचार धाराएँ हैं। वंशपरंपरा सिद्धान्त को मानने वाले विद्वानों का विचार है कि समाज के कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कि जन्मजात नेतृत्व की योग्यता लेकर जन्म लेते है। दूसरी ओर कुछ मनोवैज्ञानिकों का कथन है कि नेता की उत्पत्ति परिस्थिति विशेष से होती है, अतः कुछ विशेष परिस्थितियाँ व्यक्ति को नेता बना देती हैं और लोग उसे नेता मान लेते हैं।
नेतृत्व क्या है?
यह वह गुण है जो अन्य व्यक्ति की क्रियाओं को निर्देशित करता है। जिसमें व्यक्ति को प्रभावित करने की योग्यता होती है। प्रारम्भ में यह माना जाता था कि किसी नेता में कुछ विशेष गुण होते हैं जिसके कारण वह नेतृत्व कर पाता हैं। प्रारम्भ में आमधारणा यह थी कि बुद्धिमान, प्रखर कल्पना, काम के प्रति लगातार आग्रह, सतुलित मन आदि कुछ ऐसे गुण हैं जो कि नेता में होने आवश्यक हैं जिस व्यक्ति में ये गुण पाए जाते हैं वह नेतृत्व कर सकता है और यदि उसे प्रशिक्षित कर दिया जाए तो वह प्रभावी नेतृत्व दे सकता है। नेतृत्व के साथ इन गुणों का पाया जाना आवश्यक है।
(1) अगुवाई करना
(2) सामाजिक कार्य में लगे रहना
(3) परिस्थितियों के अनुरूप अपने आपको ढालना
(4) ख्याति
(5) निर्णय शक्ति
(6) लोकप्रियता
(7) आत्मविश्वास
(8) सहयोग करना
(9) दूरदृष्टि
(10) दायित्व निर्वाह।
नेतृत्व की परिभाषा
जार्ज आर. टेरी - "नेतृत्व को उस योग्यता के रूप में परिभाषित किया है जो उद्देश्यों के लिए स्वेच्छा से कार्य करने हेतु प्रभावित करता है। "
लिंविग्स्टन - "नेतृत्व से आशय उस योग्यता से है जो अन्य लोगों में एक सामाजिक उद्देश्य का अनुसरण करने की इच्छा जागृत करती है। "
मूरे - "मूरे नेतृत्व को एक ऐसी योग्यता मानते हैं जो व्यक्तियों को नेता द्वारा अपेक्षित विधि के अनुसार कार्य करने के लिये प्रेरित करती है। "
जान जी. ग्लोवर - "नेतृत्व प्रबन्ध का वह पक्ष है जो उसे योग्यता, सृजनशीलता, पहल शक्ति तथा सहानुभूति को व्यक्त करता है जिसकी सहायता से संगठन प्रक्रिया में मनोबल निर्माण करके लोगों का विश्वास, सहयोग एवं कार्य करने की तत्परता प्राप्त की जाती है। "
आर्ड वे टीड - "नेतृत्व उन गुणों के संयोग का नाम है जिनको रखने पर कोई व्यक्ति अन्य व्यक्तियों से काम लेने योग्य होता है, विशेष कर उसके प्रभाव द्वारा। अन्य लोग स्वेच्छा से कार्य करने के लिये तैयार हो जाते हैं।
"जार्ज आर. टेरी -"नेतृत्व शक्तियों को पारस्परिक उद्देश्यों के लिये स्वैच्छिक प्रयत्न करने हेतु प्रभावित करने की योग्यता है। "
नेतृत्व का अर्थ है - अधीनस्थ को निश्चित उद्देश्यों की प्राप्ति की दिशा में सार्थक ढंग से प्रेरित करना। नेतृत्व प्रबन्ध का एक भाग है। अच्छा नेतृत्व एक ऐसी शक्ति है जो संस्था तथा कर्मचारियों की सुप्त क्षमताओं को जागृत कर देती है और उन्हें एक दिशा में समन्वित तथा प्रशस्त करके चमत्कारिक परिणामों के प्राप्त करने में मदद करता है। सामान्यता नेतृत्व की यह अभिव्यक्ति चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से अधिक दृष्टिगोचर होती है।
उपर्युक्त परिभाषाएँ यह स्पष्ट करती हैं कि नेतृत्व एक दी हुयी स्थिति में लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में किसी व्यक्ति या समूह के प्रयासों को प्रभावित करने की प्रक्रिया है।
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- प्रश्न- प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? प्रसार शिक्षा को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइये।
- प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा, शिक्षण पद्धतियों को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्वों का वर्णन करो।
- प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता की भूमिका तथा गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधन क्या हैं? प्रसार शिक्षा में दृश्य-श्रव्य साधन की भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सीखने और प्रशिक्षण की विधियाँ बताइए। प्रसार शिक्षण सीखने और प्रशिक्षण की कितनी विधियाँ हैं?
- प्रश्न- अधिगम या सीखने की प्रक्रिया में मीडिया की भूमिका बताइये।
- प्रश्न- अधिगम की परिभाषा देते हुए प्रसार अधिगम का महत्व बताइए।
- प्रश्न- प्रशिक्षण के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता के प्रमुख गुण (विशेषताएँ) बताइये।
- प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधनों के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के मूल तत्व बताओं।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के अर्थ एवं आवश्यकता की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- श्रव्य दृश्य साधन क्या होते हैं? इनकी सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- चार्ट और पोस्टर में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- शिक्षण अधिगम अथवा सीखने और प्रशिक्षण की प्रक्रिया को समझाइए।
- प्रश्न- सीखने की विधियाँ बताइए।
- प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
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- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान की विस्तारपूर्वक विवेचना कीजिए। इस अभियान के उद्देश्यों का उल्लेख करें।
- प्रश्न- 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उज्जवला योजना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान घर प्रकाश डालिए।
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- प्रश्न- स्वयं सहायता समूह पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- उज्जवला योजना के उद्देश्य बताइये।
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- प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पर प्रकाश डालिए।
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- प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना पर टिप्पणी लिखिए।
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- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यकर्त्ता की विशेषताएँ एवं कार्य समझाइये।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम को परिभाषित कीजिए एवं उसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
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- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना की विशेषताएँ बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
- प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
- प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
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- प्रश्न- प्रबंध के कार्यों को संक्षेप में समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा (Extension education) से आप क्या समझते है, समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा व प्रबंधन का सम्बन्ध बताइये।
- प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन की विशेषताओं को संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा के महत्व को समझाइए।
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा तथा विस्तार प्रबंध में क्या अन्तर है?